बनबसा शारदा नदी के टापू में फंसे 3नेपाली नागरिकों 06 घंटों के कठिन रेस्क्यू अभियान के बाद चम्पावत पुलिस ने बचाया,नेपाली नागरिक बोले थेँक्यू चम्पावत पुलिस

Advertisement
ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

बनबसा(चम्पावत)- उत्तराखण्ड में बरसात के समय आपदाओं की भरमार रहती है।इन आपदाओं के बीच मे आमजन की जान कभी कभी मुश्किलों में फंस जाती है।उस समय उत्तराखण्ड पुलिस के जवान ही है जो उनको बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालने से भी गुरेज नही करते।चंम्पावत जिले के बनबसा फागपुर इलाके के पास शारदा नदी के टापू में अचानक बरसात से नदी का जल स्तर बढ़ जाने की वजह से तीन नेपाली नागरिक नदी के बीच मे फंस गए।

Advertisement
Advertisement

लगातार बारिश होने से शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण खतरा और भी बढ़ रहा है । नेपाली नागरिकों के शारदा नदी में फंसे होने की सूचना नदी में फंदे नेपाली नागरिकों के परिजनो तथा नेपाल पुलिस द्वारा चम्पावत पुलिस से सपर्क कर उन्हें दी गई। साथ ही नेपाली प्रशासन ने अपने देश के उक्त नागरिकों को बचाने हेतु पुलिस से सहायता भी मांगी गई । इस सूचना पर धर्मवीर सिंह सौलंकी प्रभारी निरीक्षक थाना बनबसा तथा उ0नि0श्री जसबीर सिंह चौहान थानाध्यक्ष टनकपुर के नेतृत्व में थाना बनबसा, टनकपुर, जल पुलिस, पीएसी तथा अग्निशमन टीमों द्वारा आवश्यक उपकरणों के साथ मौके पर जाकर रेस्क्यू अभियान चलाया गया।इस रेस्क्यू अभियान में शारदा नदी के जानकार व एल ए राफ्टिंग बूम के प्रबंधक विनय अरोरा उर्फ मोनी बाबा को भी बनबसा पुलिस द्वारा रेस्क्यू अभियान में सहायता हेतु बुलाया गया।

Advertisement

रात के समय अंधेरे व लगातार बारिश के कारण नदी का जल स्तर भी बढ़ने की वजह से दुर्घटना का खतरा भी बढता जा रहा था। रेस्क्यू अभियान के समय शारदा नदी अपने विकराल रूप में बह रही थी।इसके बावजूद पुलिस की रेस्क्यू टीम ने तेज बारिश, घने अंधेरे ऊबड़ खाबड़ पथरीले रास्तों से होते हुए लगभग 10 किलोमीटर दूर टनकपुर शारदा बैराज से नदी में अपनी राफ्ट के सहारे शारदा नदी के विकराल एवम् तेज बहाव के बीच खुद के जीवन की परवाह किए बगैर अदम्य साहस और शौर्य का परिचय देते हुए उक्त टापू तक पहुचकर रेस्क्यू उपकरणों व राफ्ट की सहायता से नदी के बीच मे फंसे हुए तीनों नेपाली नागरिकों राजेंद्र टम्टा पुत्र श्री बहादुर टम्टा, उम्र 28 वर्ष, निवासी गड्ढा चौकी नेपाल, राम टम्टा पुत्र बहादुर टम्टा, उम्र 25 वर्ष, निवासी गड्ढा चौकी, परमा तिरवा पुत्र परी राम तिरवा, उम्र 35 वर्ष निवासी गड्ढा चौकी को सकुशल बचाया गया।

यह भी पढ़ें 👉  पूर्णागिरी मेले की विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने टनकपुर तहसील सभागार में ली अधिकारियों की बैठक,दिए आवश्यक दिशा निर्देश


नेपाली नागरिकों द्वारा बताया गया कि वे अक्सर अपनी भैंसों को चराने के लिए शारदा नदी क्षेत्र में लाते है । कभी-कभी उनकी भैसे चरते-चरते इन टापूओं में भी चली जाती है। उन्ही को खोजने वह यहाँ आये थे जिस दौरान नदी का बहाव तेज होने की वजह से फंस गए।वही इस दौरान चम्पावत पुलिस के जवानों द्वारा उन्हें राफ्ट के माध्यम से नदी से सुरक्षित बाहर निकाला है।फरिस्ता बन कर आई चंम्पावत पुलिस को नेपाली नागरिकों ने बहुत बहुत धन्यवाद भी कहा।जबकि नदी से सुरक्षित निकाले गए नेपाली नागरिकों के प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें नेपाल पुलिस व उनके परिजनो के सुपुर्द किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के तहत उत्तराखण्ड में चल रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया,सीएम ने एनएचएआई के अधिकारियों से कार्य प्रगति की ली जानकारी

टनकपुर के मोनी बाबा फिर बने पुलिस रेस्क्यू में मददगार

चम्पावत जिले के टनकपुर निवासी विनय अरोरा उर्फ मोनी बाबा एक बार फिर पुलिस प्रशासन के रेस्क्यू अभियान में बड़े मददगार के रूप में रेस्क्यू अभियान का हिस्सा बने।आपदा प्रबंधन के जानकर व क्वालिफाइड राफ्ट हैंडलर मोनी समय समय पर पुलिस व प्रशासन को जंहा आपदा के समय बचाव की ट्रेनिंग देते रहे है।वही शारदा व काली नदी में कई वर्षों से राफ्टिंग कार्यक्रमो को संचालित करने के कारण इन नदी के अच्छे जानकार है।लंबेसमय से मोनी टनकपुर या बनबसा क्षेत्र में पुलिस व प्रशासन के नदी में चलाए जाने वाले रेस्क्यू अभियानों में निशुल्क अपनी मदद प्रस्तुत करते रहे है।मोनी बाबा ने एक बार फिर बनबसा पुलिस के कॉल पर अपने घर पर बच्चो को छोड़ नदी में फंसे तीन नेपाली नागरिकों को बचाना मानवता का पहला धर्म समझा।ओर वह रात को ही पुलिस टीम के पास रेस्क्यू अभियान का हिस्सा बनने पहुँच गए।मोनी बाबा ने जहां पुलिस टीम की राफ्ट को मुख्य हैंडलर के रूप में नदी के अनुभव को उड़ेलते हुए रेस्क्यू अभियान को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण मदद की।मोनी बाबा द्वारा अक्सर रेस्क्यू अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कई पुरस्कार भी मिल चुके है।

यह भी पढ़ें 👉  जी-20 के जरिए वैश्विक स्तर पर मिलेगी उत्तराखंड को नई पहचान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अथक प्रयासों से उत्तराखंड को मिली जी20की तीन बैठको की मेजबानी

वही चम्पावत पुलिस के इस रेस्क्यू अभियान में पुलिस टीम में
धर्मवीर सोलंकी प्रभारी निरीक्षक थाना बनबसा,उ0नि0श्री जसबीर सिंह चौहान थानाध्यक्ष टनकपुर
,उ0नि0 अरविंद कुमार थाना बनबसा,उ0नि0 तेज कुमार चौकी प्रभारी मनिहारगोठ,कानि0 जीवनलाल ,कानि0 कुलदीप सिंह,कानि0 गौरव शाह,कानि0 हरीश नाथ,कानि0 रितेश बोहरा शामिल रहे।जबकि जल पुलिस टीम से का0 प्रताप गढ़िया जल पुलिस,का0 गौरव दुर्गापाल जल पुलिस,का0 अनिल कुमार पीएसी,का0 अमित कुमार पीएसी,गोताखोर रविंद्र कुमार,गोताखोर गगन कुमार
राफ्ट राइडर मोनी बाबा मौजूद रहे।जबकि अग्निशमन टीम से
LFM श्याम सिंह,FM जगमोहन पाल,FM जगदीश सामन्त,FM अमरदीप राणा ,FM अशोक सिंह,FM राजेन्द्र भण्डारी आदि भी शामिल रहे।

Advertisement
Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *