भारत नेपाल सीमा पहुंची सर्वोदय शांति पदयात्रा,जैन सन्त डॉक्टर मणिभद्र मुनि जी महाराज विराग मुनि जी महाराज एक अप्रेल को पदयात्रा कर भारतीय सीमा के बनबसा में करेंगे प्रवेश


बनबसा(उत्तराखंड)- अंतर्राष्ट्रीय मानव मिलन संस्थापक नेपाल केसरी जैन संत डॉक्टर मणिभद्र मुनि जी महाराज विराग मुनि जी महाराज की सर्वोदय शांति पदयात्रा गुरुवार को महेंद्रनगर नेपाल के कंचनपुर से भारत नेपाल सीमा की गद्दा चौकी पहुंची। एक अप्रैल को सर्वोदय शांति पदयात्रा बनबसा बॉर्डर से भारत में प्रवेश करेगी।

महेंद्रनगर नेपाल कंचनपुर के जिलाधिकारी राम प्रसाद पांडे व पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह चौधरी ने नेपाल सीमा के गद्दा चौकी पर जैन संतों का धूमधाम से स्वागत किया। जैन संत गद्दाचौकी पर स्थित कस्टम कार्यालय में रात्रि विश्राम का करेंगे। एक अप्रैल को भारत नेपाल सीमा के नेपाल क्षेत्र में गद्दाचौकी पर सुबह दस बजे जैन संतों के सम्मान में विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया है दोपहर बारह बजे जैन संतों की सर्वोदय शांति पदयात्रा भारत के लिए निकलेगी।


जैन संतों के भारत आगमन को लेकर भारत में जैन संत डॉक्टर मणिभद्र मुनि जी महाराज के श्रद्धालुओं में भारी उत्साह बना हुआ है। कई जगह से श्रद्धालु भारत नेपाल सीमा महेंद्र नगर में पहुंचने भी लगे हैं। मानव मिलन तिकुनीया अध्यक्ष दिनेश कुमार जैन ने बताया कि 2 वर्ष से जैन संत डॉक्टर मणिभद्र मुनि जी महाराज नेपाल में पदयात्रा के माध्यम से विचरण कर रहे हैं और लोगों को धर्म का संदेश दे रहे हैं। जैन संत डॉक्टर मणिभद्र मुनि जी महाराज अब तक 85000 किलोमीटर की पदयात्रा कर चुके हैं। जैन संत भारत और नेपाल के सभी प्रमुख शहरों की पदयात्रा कर चुके हैं। भारत में जैन संतों के स्वागत में भारतीय श्रद्धालुओं में भारी जोश बना हुआ है।

कंचनपुर से भारत नेपाल सीमा की गद्दा चौकी की और पदयात्रा करते जैन संत व मौजूद श्रद्धालु


