विधायक लोहाघाट को अस्पताल का निरीक्षण करना पड़ा भारी, महिला फार्मेसिस्ट ने एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष व महिला आयोग को पत्र लिखकर विधायक पर दुर्व्यवहार करने का लगाया आरोप

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मनोज कापड़ी, संवाददाता

लोहाघाट(चंपावत)- क्षेत्रीय विधायक खुशहाल सिंह अधिकारी को स्थानीय उपजिला चिकित्सालय मे जाकर व्यवस्थाओं को ठीक करने की बात कहना महंगा पड़ा।चिकित्सालय की फार्मेसिस्ट किरण जोशी ने जिला फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष व महिला आयोग को पत्र लिखकर विधायक पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है।

विधायक अधिकारी का कहना है कि लंबे समय से उन्हें शिकायतें मिल रही थी कि चिकित्सालय में तीन के स्थान पर छः फार्मेसिस्ट होने के बावजूद भी यहां समय से पहले दवा का काउंटर बंद कर दिया जाता है। डॉक्टर दूरदराज के रोगियों को पांच दिन की दवा लिखते हैं तो उन्हें फार्मेसिस्ट दो दिन की ही दवा देते हैं। चिकित्सालय में रोगी पहुंच जाते हैं लेकिन स्टाफ नहीं पहुंचता है। यहां ग्रामीण क्षेत्रों के तीन फार्मेसिस्ट‌ को चिकित्सालय में संबंध किया हुआ है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को काफी दिक्कत हो रही है। उन्होंने इस मुद्दे पर चिकित्सा अधीक्षक से वार्ता की तथा दुरदराज रोगियों को पांच‌ दिन की दवाई देने में की जा रही आपत्ति का कारण जाना तो पता चला कि स्टोर की इन्चार्ज किरण जोशी ताला लगा कर पहले ही कहीं चली गई थी।

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इसी दौरान एसडीएम रिंकू बिष्ट भी वहां आ गई उनके आने के कुछ समय बाद स्टोर का ताला खुला।विधायक का कहना है कि यहां कुछ लोगों ने संगठन की नेतागिरी की आड़ में चिकित्सालय को बंधक सा बनाया हुआ है। वह जनप्रतिनिधि हैं जनता की दिक्कतों को दूर करना उनका नैतिक कर्तव्य है ।

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जबकि दूसरी तरफ चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ जुनैद कमर ने फार्मासिस्ट के आरोपों पर हैरानी जाहिर करते हुए बताया कि विधायक जी ने फार्मासिस्ट से कोई दूरव्यवहार नहीं किया बल्कि चिकित्सालय में रोगियों के साथ हो रहे क्रूर व्यवहार के लिए स्वयं मुझे जिम्मेदार बताते हुए व्यवस्था ठीक करने को कहा। विधायक अधिकारी ने यह भी कहा कि रोगियों को किसी प्रकार की दिक्कत है ना हो इसके लिए हम सबको प्रयास करना चाहिए यदि कोई दवा या उपकरण नहीं है तो उसकी व्यवस्था मैं करूंगा।

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इस पूरे प्रकरण में मौके पर पहुंची एसडीएम रिंकु बिष्ट का कहना है कि उनके चिकित्सालय में आने पर उन्हें दवा के स्टोर में ताला लटका हुआ मिला जबकि उस वक्त चिकित्सालय बंद होने का समय नहीं था। उनके सामने विधायक जी ने कोई दुर्व्यवहार नहीं किया।चिकित्सालय के संबंध में उनके पास भी शिकायतें मिलती रहती है उन्होंने अपने स्तर से विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी है।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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