बनबसा(चंपावत)- राजकीय महाविद्यालय बनबसा में देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत 02 दिवसीय दिनांकः 21 व 22 अगस्त 2024 तक उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम प्राचार्य डॉ० आभा शर्मा की अध्यक्षता तथा देवभूमि उद्यमिता योजना केन्द्र के नोडल अधिकारी डॉ० मुकेश कुमार के निर्देशन में आयोजन किया गया। प्रथम दिवस उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम के प्रारम्भ में डॉ० मुकेश कुमार ने देवभूमि उद्यमिता के उददेश्यों पर प्रकाश डालते हुए उद्यमिता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
उन्होनें उच्च शिक्षा विभाग, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा संचालित देवभूमि उद्यमिता योजना से लाभान्वित होने क लिए अधिक से अधिक संख्या में देवभूमि उद्यमिता के पोर्टल पर निशुल्क पंजीकरण कर बूट कैम्प में प्रतिभाग तथा 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यकम में निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। प्राचार्य शर्मा ने पर्वतीय क्षेत्रों में होने वाली जड़ी-बूटियों, औषधीय वृक्ष वनस्पतियों तथा अन्य स्थानीय उत्पादों से स्वरोजगार द्वारा आत्मनिर्भर बनने के बात की।
द्वितीय दिवस उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ० सुधीर मलिक ने सारग्रभित व्याख्यान में उत्पादन, सेवा, और उत्पाद को बेचने से होने वाले लाभ तथा कुटीर उद्योग धंधों जैसे पहाड़ी अचार, फल, फलों के रस, सुगन्धित तथा औषधीय वनस्पतियों के उत्पाद तथा होम स्टे योजना आदि की सुविधा उपलब्ध कराकर उद्यमिता से लाभान्वित हो सकते है। प्राचार्य डॉ आभा शर्मा ने सभी छात्रःछात्राओं से अपनी-अपनी क्षमताओं का स्वरोजगार को आधार बनाकर आत्मनिर्भर होने के विषय में पर्वतीय क्षेत्र में उत्पन्न होने वाले बिच्छु घास के उत्पाद की चर्चा की।
कार्यक्रम के अंत में संयोजक डॉ० मुकेश कुमार ने दिनांकः 28 व 29 अगस्त 2024 में प्रस्तावित बूट कैम्प में प्रतिभाग हेतु देवभूमि उद्यमिता योजना की वेबसाइट https://duy-heduk.org/registration/ participant /bootcamp पर अधिक से अधिक संख्या में 18 से 45 वर्ष के सभी निशुल्क पंजीकरण कर सकते है, साथ ही उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम की सफलता के लिए महाविद्यालय परिवार के सभी प्राध्यापक, कार्मिक तथा विद्यार्थियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ० राजीव कुमार, डॉ० भूप नरायन दीक्षित, हेम कुमार गहतोड़ी, उपस्थित रहे। त्रिलोक चन्द्र काण्डपाल, अमर सिंह, विनोद कुमार चन्द एवं नर सोनू ने भी अपना सहयोग प्रदान किया।