
गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग ने लगाए थे चार पिंजरे व एक दर्जन से अधिक ट्रैप कैमरे
लोहाघाट(चंपावत) – लोहाघाट तहसील क्षेत्र के मंगोली गांव इलाके ने आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर गुलदार को आखिरकार वन विभाग द्वारा पिंजरे के माध्यम पकड़ लिया गया।12 नवंबर को आदमखोर गुलदार द्वारा गांव के भुवन राम को मौत के घाट उतार दिया था।उसके बाद गुलदार की दहशत से पूरे इलाके में उसका आतंक छा गया।वन विभाग द्वारा चार पिंजरे एवं दर्जनों ट्रैप केमरे के माध्यम से गुलदार को आखिरकार पिंजरे के माध्यम से पकड़ लिया।जिसके बाद ग्रामीणों एवम वन विभाग ने अब राहत की सांस ली है।
रविवार को चंपावत जिले के लोहाघाट के मंगोली गांव इलाके में आतंक का पर्याय बन चुका आदमखोर गुलदार वन विभाग के पिंजरे में फंस गया है। आदमखोर के पिंजरे में फंसने से जनता व वन विभाग को बड़ी राहत मिली है। बीते 12 नवंबर को इस गुलदार के द्वारा मंगोली के ग्रामीण भुवन राम को मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद पूरे क्षेत्र में गुलदार की दहशत फैल गई थी। बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया था तथा महिलाओं का चार पत्ती लाने जंगल जाना पूरी तरह बंद हो चुका था। इसके अलावा यह गुलदार मंगोली के आसपास के गांव में भी लगातार मंडराने लगा था,जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ था। जनता के द्वारा वन विभाग से जल्द से जल्द गुलदार को पकड़ने की मांग की जा रही थी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वन विभाग लोहाघाट के द्वारा डीएफओ चंपावत के निर्देश पर रेंजर एन डी पांडे के नेतृत्व में वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए घटनास्थल के आसपास चार पिंजरे लगाए तथा जगह-जगह ट्रैप कैमरे स्थापित किए गए और ड्रोन कैमरा की मदद से गुलदार को ट्रेस किया जा रहा था। गुलदार की मुकमेंट ट्रेस करने हेतु वन विभाग के टीम लगातार गस्त कर रही थी।रविवार को लोहाघाट रेंजर एन डी पांडे ने जानकारी देते हुए बताया रविवार सुबह 5:00 बजे के लगभग यह गुलदार वन विभाग के द्वारा लगाए गए पिंजरे में कैद हो गया जो घटना स्थल से कुछ दूरी पर लगाया गया था। रेंजर पांडे ने कहा यह वही आदमखोर गुलदार है जिसने 12 नवंबर को एक ग्रामीण को हमला कर मारने की घटना को अंजाम दिया।
रेंजर पांडे के अनुसार पकड़ा गया गुलदार नर गुलदार है और इसकी उम्र 7 से 8 वर्ष करीब आंकी गई है। उन्होंने कहा इस आदमखोर के पकड़े जाने से क्षेत्र वासियों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने बताया फिलहाल मंगोली गांव में लगाए गए पिंजरों को एक हफ्ते तक वहीं रहने दिया जाएगा ।उन्होंने कहा गुलदार को रेस्क्यू सेंटर अल्मोड़ा भेजा गया है। मामले में मंगोली ग्राम प्रधान रमेश राम व ग्रामीणों ने वन विभाग की इस कार्रवाई पर डीएफओ चंपावत, रेंजर लोहाघाट एन डी पांडे व उनकी पूरी टीम को धन्यवाद दिया है रमेश राम ने बताया इस आदमखोर की वजह से पूरे गांव में दहशत बनी हुई थी,पर वन विभाग के द्वारा रात दिन कड़ी में मेहनत के बाद आखिर इस आदमखोर गुलदार को पकड़ लिया है।जिसके लिए वह पूरी वन विभाग की टीम को धन्यवाद देते हैं।
वन विभाग की टीम में बन बीट अधिकारी रोहित मेहता, हिमांशु ढेक, पीयूष बिष्ट,बन दरोगा प्रकाश चंद्र जोशी, रियाज अहमद, अजय टम्टा, वन आरक्षी मोनिका बोहरा, अनीश मोहन, मोहित, प्रकाश आदि मौजूद रहे।






