–शंभू नाथ गौतम( वरिष्ठ पत्रकार)
देहरादून(उत्तराखण्ड)- देवभूमि यानी उत्तराखंड में आज एक बार फिर धर्म के साथ राजनीति भी खूब हुई । बात को आगे बढ़ाने से पहले हम आपको बता दें कि धर्म के साथ सियासत का ‘टकराव’ देश में कोई नया नहीं है। बात शुरू करते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाबा केदारनाथ धाम के दौरे को लेकर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा केदारनाथ के बड़े भक्त हैं। उन्होंने केदारनाथ में कई साल तपस्या की है। राजनीति में आने से पहले वह सालों तक यहां रहे थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी यहां हर साल जरूर आते हैं । हालांकि पिछले साल कोरोना संक्रमण के दौरान वह धाम नहीं पहुंचे थे। पीएम मोदी आज सुबह केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना और आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण के साथ विकास कार्यों का जायजा लेने पहुंचे । पीएम ने केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना व आरती की। बाघंबर वस्त्र चढ़ाए और नंदी की परिक्रमा की। इस दौरान पीएम मोदी खास अंदाज में नजर आए। ‘पूरी तरह धार्मिक रंग में रंगे पीएम मोदी माथे पर त्रिपुंड लगाए, गले में रुद्राक्ष की माला और कंधे पर शॉल डाले दिखे’। लेकिन विपक्ष कांग्रेस के नेताओं को प्रधानमंत्री की इस धार्मिक यात्रा को सियासत के साथ जोड़ दिया। कांग्रेसी नेताओं ने प्रधानमंत्री के इस दौरे को लेकर क्या कहा, उसकी हम आगे चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां पूजा और साधना के साथ शंकराचार्य की प्रतिमा के अनावरण के बाद 400 करोड़ की परियोजनाओं का भी लोकार्पण व शिलान्यास किया।
उसके बाद प्रधानमंत्री ने केदारनाथ धाम में करीब 50 मिनट लोगों को संबोधन किया। करीब 4 घंटे रहने के बाद पीएम मोदी दोपहर 12 बजे राजधानी दिल्ली रवाना हो गए। उसके बाद देवभूमि की सियासत में ‘गर्मी’ आनी शुरू हो गई। भले ही पीएम मोदी ने अपने संबोधन में राजनीति और तीन महीने अंदर होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ भी नहीं कहा हो लेकिन राज्य भाजपा के नेता प्रधानमंत्री के इस दौरे को ‘सुपरहिट’ करार देते हुए आगामी चुनाव से जोड़कर ‘गदगद’ हैं। दूसरे छोर पर बैठी कांग्रेस को लगने लगा कहीं प्रधानमंत्री की यह धार्मिक यात्रा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी श्रेय न ले जाएं कांग्रेसी नेता भी आक्रामक अंदाज में मैदान में कूद पड़े।
पीएम के दौरे को लेकर कांग्रेसियों ने शिवालयों में किया जलाभिषेक–
पीएम मोदी के दौरे के दौरान कांग्रेस ने देवस्थानम बोर्ड के विरोध में प्रदेशभर में शिवालयों में जलाभिषेक किया। सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। रावत ने कहा कि पीएम मोदी केदारनाथ सिर्फ ‘प्रसारण’ के लिए गए। ‘उन्होंने ये भी कहा कि भगवान शिव अहंकार को स्वीकार नहीं करते। हरीश रावत यहीं नहीं रुके, उन्होंने ये भी कहा कि पीएम मोदी कांग्रेस सरकार के किए कार्यों का लोकार्पण कर रहे हैं। पूर्व मंत्री हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार ही अधूरे निर्माण पूरे करेगी। हरीश रावत ने कहा कि पीएम मोदी तो राजनीतिक भाषण के लिए आए हैं। वे अपनी पार्टी की मार्केटिंग कर रहे हैं, लेकिन हम अपने शिवालयों में ही ज्योतिर्लिंग देखते हैं और अपने शिवालयों में ही केदारनाथ देखते हैं और यहां जलाभिषेक कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री का केदारनाथ दौरा विशुद्ध रूप से राजनीतिक दौरा था। प्रदेश में गत माह इतनी बड़ी आपदा आई। गृहमंत्री अमित शाह दो बार आकर चले गए, प्रधानमंत्री भी आकर चले गए। लेकिन राज्य को इस आपदा से उबरने के लिए कोई पैकेज नहीं दे गए। यह दुभार्ग्यपूर्ण स्थिति है। केदारनाथ में वर्ष 2013 में जब आपदा आई थी, तब यूपीए की मनमोहन सरकार ने तत्काल आठ हजार करोड़ रुपये का पैकेज दिया था। हरीश रावत और प्रीतम सिंह के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि न देवस्थानम बोर्ड पर, न कुमाऊं की आपदा के पैकेज पर, न बेरोजगारों पर और न ग्रीन बोनस पर प्रधानमंत्री ने कोई घोषणा की। गणेश गोदियाल ने कहा कि पीएम का प्रवचन केवल अपने चुनावी एजेंडे पर केंद्रित रहा, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ धाम दौरे को उत्तराखंड की जनता के लिए निराशाजनक बताया। बता दें कि अगले साल की शुरुआत में होने जा रहे उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष भाजपा और विपक्षी कांग्रेस तैयारी में जुटी हुई हैं।
पीएम मोदी ने बाबा केदारनाथ धाम से विकास कार्यों का भी खींचा खाका—
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा केदारनाथ धाम में विकास कार्यों का खाका खींचा। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि चारधाम सड़क परियोजना का काम तेजी से चल रहा है। भविष्य में यहां केदारनाथ तक श्रद्धालु केबल कार के जरिए आ सकें, इससे जुड़ी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां पास में ही पवित्र हेमकुंड साहिब जी भी हैं। हेमकुंड साहिब जी के दर्शन आसान हों, इसके लिए वहां भी रोप-वे बनाने की तैयारी है। वहीं उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह दशक उत्तराखंड का है। अगले 10 वर्षों में, राज्य में पिछले 100 वर्षों की तुलना में अधिक पर्यटक आएंगे। इसके साथ प्रधानमंत्री मोदी ने पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी की भी व्याख्या की। उन्होंने कहा कि अब पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ वालों के काम आएगी। यह दशक नौजवानों का है। पीएम मोदी ने कहा, यूपी में काशी का कायाकल्प हो रहा है तो वहीं मथुरा-वृंदावन में भी विकास कार्यों पर जोर है। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे बनने से यात्रियों के लिए सफर और सुगम हो जाएगा। आने वाले वर्षों में उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था बदलने वाली है। पीएम मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में पलायन रोकने की योजना पर काम हो रहा है।