

पौड़ी गढ़वाल(उत्तराखंड) –धराली में आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के बाद गुरुवार सात अगस्त को सीएम पुष्कर सिंह धामी पौड़ी गढ़वाल के थलीसैंण और पाबौ ब्लॉक में भी पहुंचे. यहां भी सीएम धामी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और ग्राउंड जीरो पर हालात का जायजा लिया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने न सिर्फ पीड़ित परिवार को तत्काल मदद देने का आश्वासन दिया है, बल्कि अधिकारियों और कर्मचारियों को भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए निर्देशित किया है. बता दें कि कल 6 अगस्त को पौड़ी गढ़वाल जिले के थलीसैंण और पाबौ ब्लॉक के कई गांवों में बारिश ने जमकर कहर बरपाया था.
पांच मजदूर लापता: दोनों इलाकों में जहां बारिश के कारण दो महिलाओं की मौत हुई थी तो वहीं नेपाली मूल के पांच मजदूर लापता हो गए थे, जिनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है. सबसे ज्यादा नुकसान पाबौ के क्यार्द, कलुण, सेंजी और बुरांसी गांवों में हुआ तो वहीं थलीसैंण ब्लॉक के बांकुड़ा गांव में भी कुदरत के कहर के निशान देखे जा सकते है.
रास्तों को भी भारी नुकसान पहुंचा: कल से ही पुलिस-प्रशासन, एसडीआरएफ और आपदा प्रबंधन विभाग की टीम राहत और बचाव के कार्यों में जुटे हुए है. बताया जा रहा है कि भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों से पानी के सैलाब के साथ मलबा भी आया था, जिसने न सिर्फ खेतों और रास्तों को बर्बाद किया, बल्कि कई घरों को भी नुकसान पहुंचाया है.
बांकुड़ा गांव में सबसे ज्यादा चिंताजनक हालात: सबसे ज्यादा चिंताजनक हालात थलीसैंण ब्लॉक के बांकुड़ा गांव के है. यहां कई घरों में मलबा घुसा है. सड़कें ध्वस्त हो गई हैं. इस इलाके में ही पांच नेपाली मजदूर भी बह गए थे, जिनका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है.
पीड़ित परिवार को अस्थायी राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया: प्रशासन ने बताया कि पीड़ित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है, जहां उन्हें अस्थायी राहत शिविरों में उनके लिए भोजन, पानी और दवाओं की व्यवस्था की गई है. मेडिकल टीमें भी हर गांव में पहुंचने का प्रयास कर रही है.
नेशनल हाईवे को भी नुकसान पहुंचा: वहीं पाबौ के जिला पंचायत सदस्य भरत रावत ने बताया कि करीब 12 घंटे तक लगातार बारिश हुई थी. बारिश के कारण इलाके में आपदा जैसे हालत बन गए. कई गांवों में लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है. इसके अलावा नेशनल हाईवे को भी नुकसान पहुंचा है. बता दें कि मौसम साफ होने के बाद पौड़ी समेत पहाड़ के अन्य इलाकों में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई है।





