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लोहाघाट(उत्तराखंड)- एफआरआई देहरादून में आयोजित इन्वेस्टर समिट के दूसरे दिन भारत सरकार के आयुष सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य मुख्य अतिथि के रूप में तथा मुल्तानी फार्मास्यूटिकल के वाइस चेयरमैन अर्जुन मुल्तानी विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित थे। कार्यक्रम में 200 से अधिक आयुष निवेशकों सहित देश के विभिन्न संस्थाओं से पधारे शिक्षाविद् तथा विभिन्न प्रतिष्ठित ब्रांड के प्रतिनिधियों सहित नेशनल होम्योपैथिक काउंसिल से जुड़े हुए अनेक अधिकारी सम्मिलित थे।
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कार्यक्रम के प्रारंभ में आयुष सचिव द्वारा समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रदेश में आयुष की वर्तमान संरचना और उपलब्ध मानव संसाधनों पर प्रकाश डाला गया। इसके साथ ही आयुष एवं वैलनेस क्षेत्र में निवेश किए जाने हेतु निवेशकों द्वारा अत्यंत उत्साह दिखाया गया। इसमें निवेशकों द्वारा 5800 करोड़ से अधिक के एमओयू किए गए। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने प्रदेश में उपस्थित आयुष की प्राचीनतम विरासतों को संरक्षित करने पर विशेष जोर डाला। इसके साथ ही विभिन्न विश्वविद्यालयों और चिकित्सालय्यों की स्थापना किए जाने की बात कही।
आयुष मंत्रालय भारत सरकार से श्री पॉल द्वारा भारत सरकार की आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा दिए जाने पर जोर देते हुए विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला गया।
महर्षि आयुर्वेद के निदेशक लक्ष्मण श्रीवास्तव तथा प्रोफेसर प्रजापति द्वारा आयुष शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार एवं तकनीक के प्रयोग के महत्व पर जोर दिया गया और बताया गया कि उत्तराखंड सरकार की नवीन आयुष नीति में आयुष शिक्षा की गुणवत्ता तथा कौशल को बढ़ावा दिए जाने हेतु कई प्रयास किया जा रहे हैं। कार्यक्रम के समापन में अपर सचिव डॉक्टर विजय कुमार जोगदंडे द्वारा समस्त प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए उत्तराखंड को आयुष प्रदेश के रूप में स्थापित किए जाने हेतु सभी निवेशकों से सहयोग किए जाने हेतु आग्रह किया।
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