
खटीमा(उत्तराखंड) – भाव राग ताल नाट्य अकादेमी, पिथौरागढ़ की नाट्य प्रस्तुति कथाकार नवीन जोशी की चर्चित कहानी तथा प्रीति रावत का प्रासंगिक नाट्य रूपांतरण और कैलाश कुमार के निर्देशन मे “बाघेंन” 12 सितंबर सायं 6 बजे को मंचन होने जा रहा है तथा एक दिवसीय कॉलेज के विद्यार्थियों साथ कैलाश रंगमंच पर बात भी करेंगे।
नाटक बाघैंन पहाड़ के जनजीवन, पलायन के प्रभाव एवं को इस नाटक में बहुत ही मर्मस्पर्शी तरीके से प्रस्तुत करता है। पर्वतीय विकास के तथाकथित मॉडल पर नाटक करारी चोट करता है।
पूर्व में इस नाटक के 6 मंचन , कोलकाता , प्रयागराज,दिल्ली,पिथौरागढ़, में हो चुके हैं जिसे दर्शकों द्वारा बेहद सराहना मिली।
भाव राग ताल नाट्य अकादेमी विगत 12 वर्षों से लोक कला साहित्य एवं रंगमंच के क्षेत्र मे उत्तराखंड की अग्रणी नाट्य संस्था है अपने कार्य से देश भर में जनपद तथा राज्य का नाम बढ़ाया है
नाट्य प्रस्तुति बाघैंन के दल में सुनील उप्रेती, दीपक मण्डल, धीरज कुमार, अभिषेक पटेल, राजेश सामंत, शुभम कुमार, दिनेश कुमार, अंकित पाण्डे, पंकज, सुजल धामी, विशाल, प्रीति रावत, साक्षी तिवारी, सपना आप सभी इस नाट्य प्रस्तुति में प्रतिभाग करेंगे।
खटीमा इंस्टीट्यूशन ऑफ टेक्निकल मैनेजमेंट कॉलेज में नाटक बाघेंन क्रिएटिव उत्तराखंड और एस एस जे विश्वविद्यालय के सहयोग से हो रहा है प्रवेश निःशुल्क है



