बनबसा: जंगल में चारा पत्ती लेने गयी महिला को बाघ ने उतारा मौत के घाट, चकरपुर से बनबसा तक बाघ का आतंक,बड़ा सवाल आखिर कहा सोया वन महकमा

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बनबसा(चंपावत)- सीमांत बनबसा क्षेत्र में बुधवार को जंगल में चारा पत्ती लेने गयी महिला की बाघ के हमले से दर्दनाक मौत हो गयी l महिला को 108 एम्बुलेंस से टनकपुर के उपजिला चिकित्सालय लाया गया l जहां डॉ जितेंद्र जोशी ने महिला को मृत घोषित कर दिया l पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गयी l मामला बनबसा के खिलबितिया को जाने वाले हैलागोठ के रास्ते का बताया जा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह लगभग नौ बजे फागपुर निवासी 32 वर्षीय मुन्नी देवी पत्नी कैलाश पूरी अपनी माँ भाभी और स्थानीय महिलाओ के साथ जंगल में चारा पत्ती लेने गयी l जंगल में खिलबितिया मंदिर के नजदीक हैलागोठ मार्ग पर बाघ ने मुन्नी देवी पर हमला कर दिया, और उसे घसीटता हुआ ले गया l महिलाओ ने उसे बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली l जिसके बाद पुलिस और वन विभाग को महिलाओ ने सूचना देकर घटना से अवगत कराया।

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जिसके बाद महिला को आपातकालीन वाहन 108 से टनकपुर के उपजिला चिकित्सालय लाया गया l जहाँ चिकित्सको ने महिला को मृत घोषित कर दिया।

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हम आपको बता दे की मृत महिला के दो बच्चे है, जिनकी पढाई के लिए महिला अपने मायके फागपुर में रह रही थीं l महिला का ससुराल रुद्रपुर के गूलरभोज में बताया जा रहा है l चश्मदीद महिलाओ के मुताबिक बाघ मादा बताई जा रही है, जो अपने शावकों के साथ वहां पर मौजूद थीं l जिसने महिला को मौत के घाट उतार दिया।

फिलहाल खटीमा वन रेंज के चकरपुर से लेकर बनबसा तक बाघ का आतंक फैला हुआ है।दो लोगो की मौत हो चुकी है जबकि दो लोग पूर्व में घायल भी हो चुके है।लेकिन वन महकमा संजीदा होता नही दिख रहा है।वही टाइगर लगातार जंगल क्षेत्र में इंसानों पर हमला कर उन्हे नुकसान पहुंचा रहा है।बड़ा सवाल अब यह है की आखिर वन अधिकारी मानव वन्य जीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं को देखने के बाद जंगल किनारे रहने वाले लोगो के जान की कैसे हिफाजद करेंगे।वन अधिकारियों को इस विषय पर त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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