बनबसा(चम्पावत)- चम्पावत जिले के बनबसा भारत नेपाल सीमा पर स्थित ब्रिटिश कालीन बनबसा शारदा बैराज में पहाड़ों में हो रही भारी बरसात की वजह से पानी डिस्चार्ज के 93 वर्ष का रिकॉर्ड टूटा है।पहाड़ों में पिछले 48 घण्टो से हो रही मूसलाधार बरसात से जहां भारत नेपाल सीमा पर बहने वाली शारदा नदी अपने उफान पर है।वही मंगलवार को 5 लाख 47 हजार 224 क्यूसेक रिकॉर्ड पानी का डिस्चार्ज इस बैराज में दर्ज किया गया है।
जो कि बनबसा शारदा बैराज के 1928 में हुए निर्माण के बाद 93 सालों में इस बैराज से सबसे अधिक पानी का डिस्चार्ज है।भारी मात्रा में बनबसा शारदा बैराज से हुए पानी के डिस्चार्ज से अब यूपी के कई जिलों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।हम आपको बता दे कि इससे पहले 18 जनवरी 2013 की भीषण आपदा में 5 लाख 44 हजार क्यूसेक पानी रिकॉर्ड डिस्चार्ज दर्ज हुआ था।जबकि बैराज निर्माण के बाद 31 अगस्त 1935 को भी शारदा बैराज बनबसा में रिकॉर्ड 5 लाख 22 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज का रिकॉर्ड दर्ज हो चुका है।
लेकिन इस बार बरसात के प्रलयकारी रूप के चलते बैराज से पानी डिस्चार्ज के सभी रिकॉर्ड धराशाई हो चूके है।बनबसा शारदा बैराज से हो रही भारी मात्रा में पानी की निकासी से
यूपी के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।उत्तराखण्ड सहित यूपी का प्रशासन बनबसा शारदा बैराज के पानी निकासी पर जहां नजर बनाए हुए है।वही शारदा नदी के विकराल रूप के चलते यूपी के उन समस्त जिलों में बाढ़ को लेकर अलर्ट घोषित हो चुका है।जिन जिलों से होकर शारदा नहर गुजरती है।फिलहाल अक्टूबर की इस प्रचंड बरसात ने ब्रिटिशकालीन बनबसा बैराज के जरिये पानी निकासी के नए कीर्तिमान को स्थापित कर लिया है।हालांकि अगर पहाड़ों में हो रही बरसात अगर नही रुकती है तो 93 साल के बूढ़े हो चुके बनबसा बैराज के लिए भी इसे खतरे की घण्टी माना जा सकता है।