लोहाघाट(उत्तराखंड)- भाजयुमो के प्रांतीय अध्यक्ष शशांक रावत के पहली बार चंपावत जिले में आगमन पर युवा कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया, वही उम्रदराज कार्यकर्ताओं ने उन्हें अपना आशीर्वाद देकर लगातार आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दी।
मालूम हो कि शशांक भाजपा के लोकप्रिय नेता एवं जमीनी कार्यकर्ता के रूप में अपनी पहचान रखने वाले पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री स्वर्गीय बची सिंह रावत के पुत्र हैं। शशांक का चंपावत जिले की सीमा में पहुंचते ही वालिक गांव में उनका मोर्चा के जिला अध्यक्ष मोहित पाठक, प्रदेश मंत्री विपिन पांडे, नव उद्यमी गौरव लडवाल, मोहन भट्ट, दीपक भट्ट,राकेश पाटनी, अमित लमगड़िया, चंदन बिष्ट, बबलू पाटनी,यू डी ई ए के भूतपूर्व जिला अध्यक्ष चम्पावत हिम्मत सिंह सिंगवाल ने उनका स्वागत किया। वाराही धाम पहुंचने पर शशांक ने मां वाराही का आशीर्वाद लेने के साथ यहां युवाओं द्वारा आयोजित दीपोत्सव के सफल आयोजन के लिए उन्हें बधाई दी कहा यहां के युवाओं ने रचनात्मक कार्य करने की एक मिसाल एवं प्रेरणा उत्तराखंड के युवाओं को दी है।
इस अवसर पर महोत्सव आयोजन समिति की ओर से अध्यक्ष प्रवीण जोशी, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य सतीश चंद्र पांडे, आदि तमाम तमाम कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। श्री रावत का पाटी,खेतीखान,लोहाघाट में भी भव्य स्वागत किया गया।उन्होंने कहा कि आज देश जिस नाजुक दौर से गुजर रहा है उस में युवाओं की अहम भूमिका है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को युगवतार बताते हुए कहा आज जिस तेजी के साथ देश हर क्षेत्र में विकास की दौड़ में आगे बढ़ता जा रहा है उससे न केवल विश्व में भारत का मान सम्मान बढ़ा है लेकिन देश के कुछ विपक्षी दलों को देश की प्रगति रास नहीं आ रही है जिसके लिए आवश्यक है कि मोदी जी द्वारा नए भारत के निर्माण की जो परिकल्पना की गई है, उसे साकार करने के लिए हर युवा सूबे के युवा व यशस्वी मुख्यमंत्री धामी जी के साथ बजरंगबली बनकर कार्य करें ।हमारा बुनियादी लक्ष्य प्रधानमंत्री के इस राष्ट्रीय अनुष्ठान में हर घर के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना है। चंपावत में भी शशांक का भव्य स्वागत किया गया।
वह चंपावत में चल रही शिव कथा में भी शामिल हुए तथा वहां उपस्थित लोगों को नमन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।अपनी शालीनता एवं अपने पिता की तरह हर कार्यकर्ताओं को सम्मान दिए जाने के कारण शशांक ने पहले भ्रमण में ही यहां युवाओं व अन्य लोगों में अपनी पैठ बना ली। उनके पूरे भ्रमण में मोर्चे के तमाम पदाधिकारी साथ रहे।