चंपावत: जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने नेपाल सीमा से जुड़े लगभग एक दर्जन मतदान केदो का किया स्थलीय निरीक्षण,स्थानीय लोगो से बड़चड़ कर मतदान करने की करी अपील

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लोहाघाट(चंपावत)- जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने रविवार को नेपाल सीमा से लगे मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर वहां की स्थिति का स्थलीय जायजा लिया। मतदान केंद्र में मतदान के दिन पेयजल, बिजली, स्वच्छता, रास्तों तथा मतदान स्थलों की स्थिति, मतदान कर्मियों के लिए आवास की सुविधा आदि बातों की जानकारी ली‌। उन्होंने मतदान स्थल से जुड़े गांवों का भी अध्ययन किया जिससे मतदान करने के लिए लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो। इस दौरान उन्होंने प्रत्येक मतदान केंद्र के शिक्षकों व बीएलओ से भी उनके मतदान केंद्रों की अलग-अलग जानकारी प्राप्त की, कि किस प्रकार लोग अपने घरों से निकाल कर 19 अप्रैल को पहले मतदान करें उसके बाद अन्य कार्य।

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जिलाधिकारी का कहना था कि मतदान के दिन गुमदेश में मुख्य चैतोला मेला होने के कारण उस दिन लोगों को अपनी धार्मिक आस्था का निर्वाह करने के साथ लोकतांत्रिक धर्म को भी निभाना है। यह मतदान का पर्व भी पांच साल में एक बार आता है। वैसे चैतोला मेला चैत्र में पढ़ने पर रामनवमी के दिन से शुरू होता है यदि वैशाख में पड़ता है तो दसवीं के दिन से तीन दिनी मेला शुरू होता है। इस वर्ष नवमी से शुरू होने वाले मेले में ठीक मुख्य मेले के दिन मतदान होना है। इसमें धौनीसीलिंग, चौपता,न्योलटुकरा, वस्कुनी, जिंडी, मड़, तिरज्यूला के साथ नेपाल सीमा से लगे बगोटी,लेटी,गुरेली से लेकर रौंल-धौन,पुल्ला तक के लोग जत्थौं में आते हैं। यानी गुमदेश के लगभग तीन दर्जन गांवों के लोगों का मेले से भावात्मक रिश्ता जुड़ा हुआ है।

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जिलाधिकारी ने चमदेवल के प्रसिद्ध चमू देवता के मंदिर में दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से भी बातचीत की। उनका कहना था कि गुमदेश शूरवीरों की धरती रही है। देश की आजादी में यहां के लोगों का बड़ा योगदान रहा है। इस वर्ष ऐसा संयोग रहा है कि लोकसभा मतदान की तिथि ऐसे दिन नियत हुई है जिस दिन गुमदेश का प्रमुख चैतोले का मुख्य मेला भी है। अब क्षेत्रीय लोगों को यह सुनिश्चित करना है कि मतदान भी सब करें तथा चमू देवता के काज में भी उपस्थित होकर अपनी आस्था को प्रदर्शित करें। ग्रामीणों का कहना था कि सुबह-सुबह में मतदान करने से दोनों धर्म निभाए जा सकते हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि गुमदेश के प्रवासी लोग चमू देवता के दर्शन के लिए अवश्य अपने घर आते हैं। लोग अपने रिश्तेदारों को भी धार्मिक आस्था के साथ लोकतंत्र का धर्म निभाने के लिए प्रेरित करें। यहां के प्रवासी लोग गांव की सरकार बनाने के लिए अपने वोट गांव में ही लिखाते आ रहे हैं‌। मतदान के दिन सड़कों में वाहनों की आवाजाही भी बंद रहेगी। जिलाधिकारी ने खालगढ़, किमतोली, पुल्ला, ढुमडाई, चमदेवल, धौनीसीलिंग, मजपीपल, गंगानौला के साथ कई अन्य मतदान केंद्र का निरीक्षण किया। उनके भ्रमण में सेक्टर मजिस्ट्रेट, आरबी सिंह, क्षेत्रीय पटवारी मोहित मेहता, नीरज कुमार पूरे समय साथ थे।

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Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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