चंपावत(उत्तराखंड)- सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय चम्पावत परिसर के नोडल अधिकारी डॉ नवीन भट्ट ने जिलाधिकारी नवनीत पांडेय से मुलाकात कर परिसर की 99.8 नाली को सीमांकन करवाने की मांग की । नोडल अधिकारी डॉ नवीन भट्ट ने जिला प्रशिक्षण संस्थान की शेष भूमि को परिसर के नाम हस्तांतरित करने की मांग की।नोडल अधिकारी डॉ नवीन भट्ट ने कहा कि चम्पावत परिसर को एक मॉडल परिसर के रूप में विकसित किया जा रहा है ।जिसमे 7 करोड़ 18 लाख की लागत से छात्रा छात्रावास व आई टी लैब का निर्माण हो रहा है।
डॉ नवीन भट्ट ने उससे पूर्व सुरक्षा कारणों से सीमांकन की आवश्यकता पर बल देते हुए जिलाधिकारी से त्वरित सीमांकन करने व भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए जिला प्रशिक्षण संस्थान की भूमि को सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय को हस्तांतरित करवाने की मांग की।जिलाधिकारी नवनीत पांडेय ने सीमांकन हेतु उपजिलाधिकारी एवम तहसीलदार को शीघ्र सीमांकन करने हेतु निर्देशित किया व भविष्य में भूमि की आवश्यकता अनुसार भूमि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी नवनीत पांडेय से लगभग एक घण्टे तक चली वार्ता में जिलाधिकारी द्वारा परिसर को देश के सर्वोच्च संस्थानों में शुमार करवाने सहित कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए ।नोडल अधिकारी डॉ नवीन भट्ट ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सतपाल बिष्ट शीघ्र ही परिसर का निरीक्षण करेंगे।
कुलपति के मार्गदर्शन में चंपावत परिसर को आदर्श परिसर के रूप में विकसित किया जाने के प्रयास किये जा रहे है।चम्पावत परिसर को प्रोफेशनल कैंपस के रूप में विकसित किया जाएगा।परिसर में 2 डी/3डी मल्टीमीडिया,एनिमेशन,साइबर सिक्योरिटी,आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस,बीबीए, जीआईएस,इंट्रीग्रेटेड बीएड जैसे दर्जनों पाठ्यक्रम संचालित होंगे ।जो देश का प्रतिष्ठित व सर्वोत्तम संस्थान बनेगा जिसमे देश-विदेश के विद्यार्थी अध्धयन करने आएंगे।जिसके लिए कुलपति द्वारा प्रयास किया जा रहा है।इस दौरान डॉ केके पंत,हर्षित रॉय, हेमन्त खनका,अमन अधिकारी आदि उपस्थित रहे।