चंपावत(उत्तराखंड)- भारत सरकार के रेलवे मंत्रालय के उपक्रम डेडीकेटेड फ्रेंट कॉरिडोर कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के वित्त निदेशक हीरा बल्लभ जोशी ने बतौर प्रबंध निदेशक के पद पर कार्यभार ग्रहण कर लिया है। हीरा बल्लभ जोशी इस पद पर पहुंचने वाले उत्तराखंड के पहले व्यक्ति हैं। वे मूल रूप से देवीधूरा के समीप बारी गांव के निवासी हैं। उनके इस पद पर पहुंचने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, राज्यसेतू आयोग के उपाध्यक्ष राजशेखर जोशी,विधायक खुशाल सिंह अधिकारी, जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, बाराही मंदिर कमेटी के मुख्य संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगडिया, मंदिर के ट्रस्टी नरेंद्र लड़वाल, दिनेश जोशी, बाराही मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट समेत चार खाम सात थोको के लोगों ने श्री जोशी को बधाई दी है।
हीरा बल्लभ जोशी बाराही मंदिर ट्रस्ट के पहले अध्यक्ष भी हैं। मालूम हो कि डीएफसीसीआईएल भारत सरकार के रेल मंत्रालय का एक महत्वपूर्ण उपक्रम है जो डीएफसी परियोजना की योजना, विकास और क्रियान्वयन का जिम्मेदार होता है। डीएफसी भारत की सबसे बड़ी रेल अवसंरचना परियोजना है, जिसका उद्देश्य भारत में रेल परिवहन परियोजना प्रणाली की दक्षता और क्षमता को बढ़ाना तथा माल परिवहन लागत को कम करना है।
कौन हैं हीरा बल्लभ जोशी?
घोर अभावों एवं अपने पुरुषार्थ के बल पर लगातार जीवन की ऊंचाइयां छूते आ रहे, श्री जोशी बारी गांव के पंडित स्व केशव जोशी व माताश्री दुर्गा जोशी के सुपुत्र हैं जिन्होंने 1992 में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी के रूप में अपनी सेवा शुरू की। बाद में वह भारत सरकार के विभिन्न जिम्मेवार पदों पर रहते हुए उन्हें आज रेलवे मंत्रालय के महत्वपूर्ण उपक्रम मेें प्रबंध निदेशक की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिली है। श्री जोशी को रेलवे समेत विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए राष्ट्रपति तथा अन्य संस्थाओं द्वारा भी पुरुस्कृत किया जाता रहा है। एक उच्चकोटि के लेखक श्री जोशी ने सनातन धर्म पर कई पुस्तकें लिखी हैं। जीवन में कठोर अनुशासन, ईमानदारी, लगन एवं कार्य की प्रति समर्पित श्री जोशी को यह संस्कार माता-पिता से मिले हैं। यही संस्कार लगातार उन्हें ऊंचे मुकाम तक पहुंचाते रहे हैं। श्री जोशी के एमडी बनने पर बाराही धाम देवीधुरा में लोगों ने एक दूसरे का मुंह मीठा कर खुशी का इजहार किया।