लोहाघाट(चंपावत)- स्वामी विवेकानन्द राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय लोहाघाट में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस समारोह के आयोजन को महाविद्यालय में धूमधाम से मनाया गया ।इस अवसर पर छात्र-छात्रों द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत लक्ष्य गीत व स्वागत गीत से प्रारम्भ किया और सभी अथितियों का स्वागत किया।
मुख्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. स्वाति बिष्ट एवं डॉ. सुनील कुमार द्वारा कार्यक्रम की रूप रेखा रखी, कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. संगीता गुप्ता द्वारा की गई।
इस अवसर पर उन्होने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना 24 सितंबर, सन् 1969 ई. को की गई थी। इस संगठन की स्थापना की बात आजादी पूर्व से दिवगंत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समय से चल रही थी, जिसे अंतिम रूप 1969 ई. में दिया गया। इस दिन आयोजित गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के कार्य करते है। जैसे- साक्षरता संबंधी कार्य, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं सफाई आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीडि़त सभी देशों के निर्माण में यहां के युवाओं का सबसे बड़ा योगदान होता है।
आज हमारे देश में करीब 65 फीसदी जनसंख्या युवा है, जिनके कंधों पर ही देश की जिम्मेदारी है, और ये युवा देश के विकास में अपनी भूमिका निभा भी रहे हैं। देश निर्माण में युवाओं की भूमिका बढ़ाने और उन्हें देश के साथ जोड़ने का सबसे पहला प्रयास महात्मा गांधी ने आजादी के पहले ही शुरू कर दिया था। आजादी के समय गांधी जी ने युवाओं को राष्ट्रीय सेवा से जोड़ने पर विशेष बल दिया था।
बौद्धिक सत्र में मुख्य अथिति डॉ. लता कैड़ा ने द्वारा बताया गया की एनएसएस इकाइयां उस गतिविधि का आयोजन कर सकती है जो समुदाय के लिए प्रासंगिक है। समुदाय की जरूरतों के अनुसार गतिविधियां जारी हैं। मुख्य गतिविधियों वाले क्षेत्रों में शिक्षा और साक्षरता, स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और पोषण, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक सेवा कार्यक्रम, महिलाओं की स्थिति में सुधार, उत्पादन उन्मुख कार्यक्रम, आपदा राहत तथा पुनर्वास संबंधी कार्यक्रम, सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान, डिजिटल भारत, कौशल भारत, योग इत्यादि जैसे प्रमुख कार्यक्रमों के बारे में जागरूकता पैदा करना आदि शामिल है।
समारोह में विशिष्ठ अथिति डॉ. प्रकाश लखेड़ा द्वारा कहा की राष्ट्रीय सेवा योजना से छात्र-छात्राएँ अपना व्यक्तित्व निर्माण के साथ-साथ सेवा और त्याग की भावना का विकास करके देश में अपना अग्रीण भूमिका निभा सकते है l यह कार्य एनएसएस शाखाओं द्वारा अपनाए गए गांवों या स्कूल/कॉलेज परिसरों में किया जाता है। आमतौर पर अध्ययन के घंटों के बाद इसे सप्ताहांत/छुट्टियों के दौरान किया जाता है। इसके अलावा, प्रत्येक एनएसएस इकाई स्थानीय समुदायों को शामिल करके कुछ विशेष परियोजनाओं के साथ छुट्टियों में अपनाए गए गांवों या शहरी झुग्गियों में 7 दिनों की अवधि के विशेष शिविरों का आयोजन करती है। प्रत्येक स्वयंसेवक को 2 वर्ष की अवधि के दौरान एक बार विशेष शिविर में भाग लेना जरूरी
इस से पूर्व छात्र छात्राओं द्वारा स्वच्छता एवम प्रांगण सौंदर्य के लिए बढ़ चढ़ कर भाग लिया और परिसर की साफ सफाई की।
कार्यक्रम में सुखपाल रौतेला, मुकेश भट्ट, मीना मेहता, रोज़ी, प्रियंका, मयंक भट्ट, शाहनवाज़, बबीता सुनील, प्रियांशु, ममता, निकिता, सोहेल, दिनेश, अमन, हर्षित, दीपक, पवन, नीरज, राहुल, संध्या, भावना, मुकेश, विकास, तनुजा, सुधांशु उपाध्याय, ख़ुशी, तनीशा, भावना, अनीश, मानषी , राहुल आदि लोग उपस्थित रहे l