कुमाऊं परिक्षेत्र के मुख्य वन संरक्षक डॉ पी के पात्रों पहुंचे खटीमा दौरे पर,खटीमा सिटी फॉरेस्ट पार्क का निरीक्षण कर वनाधिकारियों की ली बैठक,दिए आवश्यक दिशा निर्देश


खटीमा(उत्तराखंड) – नवनियुक्त कुमाऊं वन संरक्षक डॉ पी के पात्रों तराई क्षेत्र के अपने दौरे के दौरान मंगलवार को सीमांत क्षेत्र खटीमा पहुंचे। खटीमा में इस दौरान उन्होंने स्थानीय वनाधिकारियों संग मीटिंग की साथ ही वन विभाग द्वारा पीलीभीत रोड एसडीओ कार्यालय के आगे बनाए गए ऑक्सीजन पार्क का भी उन्होंने निरीक्षण किया ।

उन्होंने यूपी और नेपाल के रास्ते हो रही वन्यजीव और वन संपदा की तस्करी पर रोक लगाने के लिए यूपी वन विभाग के अधिकारियों और नेपाल बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के अधिकारियों के साथ सामंजस्य हेतु मीटिंग करने की बात कही।
हम आपको बता दे की कुमाऊं मुख्य वन संरक्षक के पद पर तैनात होने के बाद कुमाऊं के भ्रमण पर निकले डॉ पी के पात्रों पहली बार खटीमा दौरे पर पहुंचे थे।

वही इस दौरान मीडिया से वार्ता में डॉ पीके पात्रों ने कहा कि खटीमा और उसके आसपास के जंगलों में भारी वन संपदा है साथ ही इन वनों में काफी संख्या में टाइगर सहित अन्य जीव जंतु मौजूद है। वही खटीमा की एक तरफ सीमा जहां यूपी से लगती है तो वहीं दूसरी तरफ नेपाल से भी सीमा लगी हुई है जिस कारण यहां नेपाल और यूपी के शिकारियों द्वारा पोचिंग और वन संपदा की तस्करी की काफी संभावनाएं हैं।

जिन पर अंकुश लगाने के लिए यूपी के वन विभाग के डीएफओ और उच्च अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया जाएगा जिसमें दोनों राज्यों के बीच सूचनाओं के आदान-प्रदान आपसी सामंजस को बढ़ावा दिया जाएगा। वही नेपाल बॉर्डर पर तैनात एसएसबी के अधिकारियों के साथ वन विभाग के अधिकारी एक वर्कशॉप का आयोजन करेंगे जिसमें एसएसबी के जवानों को वन संपदा की चोरी और वन्यजीव तस्करी के बारे में जानकारी दी जाएगी।

इस अवसर पर कुमाऊं परिक्षेत्र के मुख्य वन संरक्षक डॉ पी के पात्रों के साथ डीएफओ तराई पूर्वी संदीप कुमार,ट्रेनी आईएफएस डी नायक,एसडीओ खटीमा,रेंजर खटीमा राजेन्द्र सिंह मनराल,रेंजर सुरई सुधीर कुमार, डिप्टी रेंजर सतीश रेखाडी सहित अन्य वन अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
