खटीमा(उत्तराखंड) – जनपद उधम सिंह नगर के सीमांत क्षेत्र खटीमा के सीमांत गांव मेलाघाट, सिसैया, बंधा, बलुआ, खैरानी, बगुलिया खिलड़िया आदि गांव के ग्रामीणों ने अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार 7 मई को 22 पुल खिलड़िया की शारदा नहर में सामूहिक रुप से सांकेतिक जल समाधि ले कर सीएम पुष्कर धामी की हार पर प्रायश्चित किया।इस अवसर पर सांकेतिक जल समाधि लेने वाले ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट प्रशासनिक अमले, जल पुलिस व पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे।

प्रशासनिक देखरेख में खटीमा विधानसभा मेलाघाट क्षेत्र के सीमांत गांवो के दर्जनों ग्रामीणों ने 22पुल शारदा नहर में सांकेतिक जल समाधि ले कर प्रायश्चित कार्यक्रम को संपन्न किया।इस अवसर पर सांकेतिक जल समाधि कार्यक्रम को लीड कर रहे स्थानीय निवासी रामायण प्रसाद ने कहा की सीएम पुष्कर धामी ने सदैव उनके क्षेत्र के विकास को लेकर कार्य किए है।लेकिन दुर्भाग्यवश वह 2022 विधानसभा चुनाव हार गए।जिससे खटीमा मेलाघाट क्षेत्र के सिसैया, बंधा, बलुआ, खैरानी, बगुलिया खिलड़िया आदि क्षेत्र के ग्रामीण बेहद आहत है।इसलिए सीएम की हार की जिम्मेदारी लेते हुए सीमांत ग्रामीणों ने सांकेतिक जल समाधि लेकर सीएम धामी की हार पर प्रायश्चित करने का काम किया है।ताकि उनके क्षेत्र के रहनुमा प्रदेश के सीएम उनकी तरफ अपना ध्यान आकर्षित कर सके।

वही कार्यक्रम के दौरान सांकेतिक जल समाधि लेने वाले ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर मौजूद एसडीएम रविंद्र बिष्ट ने जल पुलिस की निगरानी में सांकेतिक जल समाधि कार्यक्रम को सम्पन्न कराए जाने की बात कही है।साथ ही सीएम की हार से आहत होकर सीमांत मेलाघाट क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा सांकेतिक जल समाधि लिए जाने की भी जानकारी दी।
सीएम पुष्कर धामी ने सांकेतिक जल समाधि लेने वाले ग्रामीणों से बात कर उन्हे समझाया
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की 2022 विधानसभा चुनाव में हुई हार से आहत खटीमा के मेलाघाट क्षेत्र के ग्रामीणों ने जहां आज सांकेतिक जल समाधि लेकर सीएम की हार पर प्रायश्चित करने का काम किया। वही कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सांकेतिक जल समाधि लेने वाले स्थानीय ग्रामीणों से फोन पर वार्ता कर उन्हे समझाने का काम किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जहां उनकी हार पर सांकेतिक जल समाधि लेने वालों ग्रामीणों को ऐसा ना करने की बात कही वहीं उन्होंने कहा कि चुनाव में हार जीत लगी रहती है। उनका खटीमा से बचपन से लगाव है इसलिए खटीमा के विकास को लेकर उनके प्रयास अनवरत जारी रहेंगे।वो अपार स्नेह के लिए मेलाघाट, खिलड़िया,झाऊ परसा, सिसैया बंधा आदि क्षेत्र को लोगो धन्यवाद अदा करते है।साथ ही उनकी जल भराव आदि समस्याओ के निस्तारण के भी वो प्रयास करेंगे।
उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की कार्यवाही से भी पिछले कुछ दिनों से परेशान थे सांकेतिक जल समाधि करने वाले ग्रामीण
गौरतलब है पिछले एक पखवाड़े से भी अधिक समय से उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग के द्वारा शारदा सागर जलाशय का पानी बढ़ाने के बाद मेलाघाट क्षेत्र के सिसैया, बंधा, बलुआ, खैरानी, बगुलिया आदि कई गांवों में पानी भरने से उनके घरों व फसले पानी मे डूब गई थी।यूपी सिचाई विभाग डेम का पानी भरने से इन इलाके के सेकड़ो ग्रामीणों मजबूरन जल समाधि जैसी स्थिति से दो चार हो रहे थे।साथ ही लगभग सौ से अधिक परिवारों को यूपी सिचाई विभाग द्वारा डेम की भूमि खाली करने के नोटिस जारी कर दिए थे।जिससे इस इलाके के ग्रामीण व किसान बेहद मानसिक अवसाद की स्थिति से गुजर रहे थे।जल भराव की समस्या से निजात हेतु इन इलाकों के ग्रामीणों ने शाशन प्रशासन व राजनीतिक रूप में हर किसी से इस दौरान गुहार लगाई लेकिन इनकी समस्या का हल नही हुआ।लम्बी जद्दोजहद के बाद शारदा सागर जलाशय का जल स्तर कम हो पाया।जिससे इन पीड़ित ग्रामीणों को फ़ौरी राहत मिल पाई।सीएम की हार के बाद अचानक मुसीबतों से घिरे इन इलाकों के ग्रामीणों ने उनकी हार पर मंथन कर सांकेतिक जल समाधि ले सीएम को मनाने के लिए प्रायश्चित करने की सोची।जिस पर आखिरकार सीएम धामी ने ग्रामीणों से वार्ता कर विकास को अनवरत जारी रख उनकी समस्याओं को दूर करने हेतु ग्रामीणों को आश्वस्त किया है।






