मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गौलापार स्थित दिव्यांग बच्चों के स्कूल ‘नैब’ में जाकर बच्चों से की मुलाकात,नवरात्रि के मौके पर दिव्यांग बच्चों का सीएम ने किया कन्या पूजन

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

हल्द्वानी(उत्तराखंड)- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को गौलापार स्थित दिव्यांग बच्चों के स्कूल ‘नैब’ में जाकर बच्चों से मुलाकात की और उनको प्रोत्साहित किया। इस दौरान बच्चों ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को स्वागत गीत सुनाया। दिव्यांग बच्चों के बीच पहुंचे मुख्यमंत्री ने नवरात्रि के मौके पर दिव्यांग बच्चों का कन्या पूजन किया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों को दिव्यांग का नाम दिया है, वह अपने आप में प्रेरणा का काम करता है। उन्होंने कहा कि सरकार दिव्यांग जनों के लिए कार्य कर रही है । इस संस्थान को आगे बढ़ाने के लिए और अवस्थापना सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रामनगर में हो रही चीफ साइंस एडवाइजर गोलमेज सम्मेलन को लेकर कहा कि g20 सम्मिट के लिए पूरे देश भर में महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के बीच उत्तराखंड को तीन महत्वपूर्ण आयोजनों का अवसर मिला है। उनमें आज हो रहा गोलमेज सम्मेलन बेहद महत्वपूर्ण है उन्होंने कहा कि जिस तरह उत्तराखंड में विदेशी मेहमानों का पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत हुआ है। उत्तराखंड की इस समृद्ध संस्कृति को पूरे विश्व में पहुंचाने का काम करेंगे।

यह भी पढ़ें 👉  छीनिगोठ हाईस्कूल के छात्र हर्षित बोहरा तैराकी के 68 वी स्कूल नेशनल प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए राजकोट गुजरात रवाना,स्पोर्ट्स टीचर रचित वल्दिया के निर्देशन में राष्ट्रीय फलक पर पहुंच रहे दुरस्त सरकारी स्कूल के छात्र
यह भी पढ़ें 👉  धामी सरकार ने दी दन्त चिकित्साधिकारियों को एस०डी०ए०सी०पी० की बड़ी सौगात, वर्षों पुरानी मांग पर लगाई मुहर,पर्वतीय व दुर्गम क्षेत्रों में निर्धारित सेवा पूरी करने वाले चिकित्सकों को मिलेगा लाभ, लंबे समय की जा रही थी एस०डी०ए०सी०पी० की मांग

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles

You cannot copy content of this page