किच्छा(उधम सिंह नगर)- कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता व किसान नेता डॉ गणेश उपाध्याय व स्थानीय किसानों ने प्रेस वार्ता कर पेराई सत्र शुरू होने के बाद से ही गन्ना किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं होने पर सरकार के किसानों के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाया है।उन्होंने कहा की पेराई सत्र के बाद दो माह से भी अधिक समय गुजरने के बाद भी गन्ना किसानों की फसल का भुगतान नही हो पाया है।जिससे किसानों को खेती किसानी को जारी रखने हेतु भारी आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है।अगर सरकार द्वारा गन्ने का भुगतान नहीं किया जाता है तो गन्ना किसान चीनी मिल को गन्ने की सप्लाई बंद करने को मजबूर हो जायेंगे।
किसान नेता गणेश उपाध्याय के अनुसार पेराई सत्र शुरू होने के बाद से किसानों को गन्ना भुगतान नहीं होने से किसानों में जबरदस्त आक्रोश है। नाराज किसानों ने सख्त चेतावनी दी कि जब तक उनके गन्ने का बकाया भुगतान नहीं हो जाता चीनी मिल को गन्ने की सप्लाई नहीं की जायेगी। किसान नेता उपाध्याय व स्थानीय किसानों ने कहा कि सरकार अपनी मनमानी पर उतर आई है। चीनी मिल का पेराई सत्र शुरू हुए 2 महीने होने को जा रहे हैं। तथा चीनी मिलो पर किसानों का 500 करोड़ रु० से ऊपर का बकाया है लेकिन सरकार किसानों की ओर ध्यान नहीं दे रही। प्रदेश सरकार और चीनी मिल प्रशासन द्वारा किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं किया गया है जिससे किसानों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही गन्ना किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं किया गया तो अभी तो नाराज किसान चीनी मिल को गन्ना सप्लाई बंद करने की चेतावनी दे रहा है। आगे व्यापक स्तर पर आन्दोलन कर चीनी मिल को पूर्ण बंद करने को बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी।फिलहाल सभी गन्ना किसान सरकार से जल्द गन्ना फसल के भुगतान की मांग करते है।ताकि किसान अपने परिवार का भरण पोषण कर किसानी के कार्य को सुचारू रख सके।