देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी प्रदेशवासियों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं,हिन्दी मात्र भाषा ही नही है बल्कि हमारी सभ्यता व संस्कृति की भी पहचान है:सीएम

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

देहरादून(उत्तराखंड) – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा है कि हिन्दी हमारी सांस्कृतिक भावनाओं, आकांक्षाओं एवं आदर्शाे का प्रतीक है। किसी भी देश की भाषा ही उसकी संस्कृति एवं परम्पराओं से जोड़ने में मददगार होती है। हिन्दी मात्र भाषा ही नही है बल्कि हमारी सभ्यता व संस्कृति की भी पहचान है। हिन्दी देश की एकता एवं अखंडता का भी आधार है। यह हमारी परंपराओं और हमारी विरासत का बोध कराने वाला एक सतत अनुष्ठान भी है।

उन्होंने कहा कि हिंदी एक भाषा ही नहीं हमारे राष्ट्र की आत्मा भी है। हिंदी ने हमारे समाज को जोड़ा है और हमारी सभ्यता को समृद्ध किया है। विश्व पटल पर हिंदी ने हमें विशेष स्थान दिलाया है। हिंदी केवल हमारे लिए संवाद का माध्यम नहीं है बल्कि हमारी अस्मिता, संस्कृति और भारतीयता का प्रतीक भी है। हिंदी ने विविधता से भरे हमारे समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया है। सहजता, सरलता और सामर्थ्य से परिपूर्ण हिंदी में समन्वय की अदभुत क्षमता है।

यह भी पढ़ें 👉  खटीमा की सरजमी पर पहली बार मुस्लिम समाज में हुआ सामूहिक निकाह का भव्य आयोजन,तंजीम उलेमा ए अहले सुन्नत सामाजिक इस्लामिक संस्था ने गरीब बेसहारा 07 बेटियो का कराया निकाह, हजारों लोग के साथ उप नेता प्रतिपक्ष व क्षेत्रीय विधायक भुवन कापड़ी सहित शहर के प्रमुख लोगो ने सामूहिक निकाह आयोजन में की शिरकत।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हिंदी को वैश्विक मंच पर स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किये जा रहे हैं। ’मन की बात’ कार्यक्रम में उनके द्वारा हिंदी का प्रयोग करने से हिंदी को वैश्विक पहचान मिली है।

यह भी पढ़ें 👉  शारदा कॉरिडोर बनेगा श्रद्धा, संस्कृति और समृद्धि का केंद्र — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की परियोजना की समीक्षा,शारदा कॉरिडोर विकाश परियोजना के लिए लगभग 3300 करोड़ प्रस्तावित

उन्होंने कहा कि आज दुनिया के विभिन्न देशों में हिंदी का अध्ययन किया जा रहा है। हिंदी ने समाज में जागरूकता लाने में भी अहम भूमिका निभाई है। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक हिंदी सामाजिक चेतना का भी प्रमुख माध्यम रही है। स्वतंत्रता संग्राम के समय हिंदी संघर्ष की भाषा बनी और देशवासियों को एक सूत्र में बांधने में अहम भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा हिंदी के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किये जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी वैचारिक निष्ठा हिन्दी के प्रति रही है। हिंदी के गौरव को बनाए रखना हम सभी का दायित्व है। हिंदी के विकास के लिए जब हम सभी मिलकर कार्य करेंगे, तभी हिन्दी को अपेक्षित सम्मान प्राप्त होगा। हिंदी भारत ही नहीं बल्कि विश्व की सबसे अधिक लोकप्रिय भाषाओं में से एक है। हिंदी एक भाषा के रूप में भारतवासियों के बीच सेतु का भी काम करती है। देश की विभिन्न भाषाओं के साथ सामंजस्य बनाने की ताकत भी हिन्दी भाषा में है।

यह भी पढ़ें 👉  खटीमा: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निज आवास नगरा तराई एवं कैंप कार्यालय लोहियाहेड में आमजनता से मुलाकात कर उनकी सुनी समस्याओं,पूर्णागिरी मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए छ बायो मोबाइल शौचालयों को हरी झंडी दिखा चंपावत को किया रवाना।

राजभाषा हिन्दी के गौरव एवं सम्मान के लिये सभी से सहयोगी बनने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी दिवस पर हमें अपने दैनिक जीवन में हिन्दी के अधिक से अधिक प्रयोग का भी संकल्प लेना होगा।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles