पूर्णागिरी मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदलेगी सूरत,मेला संचालन समिति खोलेगी मेला क्षेत्र में धर्मार्थ चिकित्सालय,महिला फार्मासिस्ट की होगी तैनाती

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

टनकपुर(उत्तराखंड)- चम्पावत जिले के टनकपुर पूर्णा पर्वत में सुप्रसिद्ध माँ पूर्णागिरि धाम जहां स्थित है।वही हर साल लाखों श्रद्धालु माँ के दरबार में दर्शनों को भी पहुँचते है।लेकिन पूर्णागिरि क्षेत्र अगर स्वास्थ्य सुविधाओं की बात की जाए तो राज्य गठन के दो दशक गुजरने के बाद भी स्वास्थ्य सुविधाओं से आज भी इस क्षेत्र के लोग महरूम है।हर वर्ष होली के अगले दिन से तीन माह की सरकारी अवधि तक चलने वाले माँ पूर्णागिरि मेले के दौरान अस्थाई स्वास्थ्य सेवाएं ही मेलार्थियों व स्थानीय वाशिन्दों को मिल पाती है।वो सेवाएं भी इतनी नाकाफी होती है कि कई बार श्रद्धालुओ व अन्य स्थानीय लोगो को मेडिकल इमरजेंसी होने पर मरीज को टनकपुर संयुक्त चिकित्सालय लाना पड़ता है।

पूर्णागिरि मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए अब मेला संचालन समिति ने कमर कस ली है।पूर्णागिरि मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सविधाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से मेला मजिस्ट्रेट व टनकपुर एसडीएम हिमांषु कफलटिया ने मेला संचालन समिति के साथ मिल कर मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए चिंतन किया।जिसमे मेडिकल सुविधाओ को बढ़ाने हेतु धर्मार्थ स्वास्थ्य केंद्र श्री पूर्णागिरी धाम मैं खोले जाने पर सहमति बनी। गौरतलब है कि पूर्णागिरि क्षेत्र में जहां कोई भी स्थाई मेडिकल सेंटर आज तक नहीं है।जिसके चलते कई वर्षों से स्थानीय जनता भी पूर्णागिरि क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाएं दिए जाने की मांग करती आ रही है।

इसलिए माता पूर्णागिरि मेला संचालन समिति द्वारा निर्णय लिया गया है की वह भैरव मंदिर में निर्मित स्वास्थ्य केंद्र में एक धर्मार्थ चिकित्सालय की स्थापना कर वहां पर एक महिला फार्मासिस्ट की भी जल्द नियुक्ति करेगी। इस केंद्र में स्थानीय जनता तथा माता के मंदिर मे आने वाले श्रद्धालुओं को वर्ष भर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाएगी।साथ ही यह स्वास्थ्य केंद्र संयुक्त चिकित्सालय टनकपुर के निर्देशन में ही कार्य करेगा।

यह भी पढ़ें 👉  सूखीढांग के एससी बाहुल्य ग्राम जौल में ग्रामीणों ने सीसी मार्ग निर्माण में घटिया निर्माण का आरोप लगाते हुए कार्य रोका,एससी निर्माण में भारी अनियमितता बरतने का लगाया आरोप,स्थानीय जनप्रतिनिधि भी बने मूक दर्शक

गौरतलब है कि वर्तमान में प्रशासन द्वारा 3 माह की मेला अवधि के दौरान अस्थाई तौर पर डॉक्टर की नियुक्ति कर मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं दी जाती हैं। माता पूर्णागिरि मेला संचालन समिति द्वारा धर्मार्थ अस्पताल खोल उसमे नियुक्त की जाने वाला फार्मासिस्ट सप्ताह में 1 दिन चूका क्षेत्र में भी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगा।

यह भी पढ़ें 👉  पी0एम0 स्वनिधि योजना के तहत नगर पंचायत बनबसा में पखवाड़े का किया गया आयोजन,ईओ दीपक बुदलाकोटी की अध्यक्षता में खोखा फड़ व्यवसायियों को योजना से लाभान्वित किये जाने हेतु किया गया प्रोत्साहित

हम आपको बता दे कि पूर्णागिरि मेला संचालन समिति में एसडीएम पूर्णागिरि तहसील टनकपुर,जिला पंचायत प्रशासन व पूर्णागिरि मंदिर समिति के पदाधिकारी व सदस्य जहां शामिल है।वही मेला क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए मेला संचालन समिति द्वारा लिया गया निर्णय स्थानीय निवासियों मेला क्षेत्र में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए निर्णायक कदम साबित हो सकता है।

यह भी पढ़ें 👉  लोहाघाट: ओवर रेटिंग पर एसडीएम सख्त ,शराब व सब्जी की दुकानों में रेट लिस्ट लगाने के दिए निर्देश, आदेश न मानने वालो पर होगी कड़ी कार्यवाही

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles

You cannot copy content of this page