सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज खटीमा में अनीमिया मुक्त भारत अभियान को लेकर कैंप के माध्यम से छात्र छात्राओं की डिजिटल हीमोग्लोबीनमीटर से की गई खून की जाँच,एनीमिया मुक्त भारत अभियान के तहत राज्य सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने कैंप का किया आयोजन

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत संयुक्त रूप से आयोजित किए जा रहे है स्वास्थ्य कैंप


खटीमा(उधम सिंह नगर)- मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊधम सिंह नगर डॉ मनोज कुमार शर्मा के आदेशानुसार एवं नागरिक चिकित्सालय खटीमा के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ विनय प्रताप सिंह के निर्देशन में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम खटीमा की टीम बी , राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के द्वारा संयुक्त रूप से रामकुमारी अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज खटीमा में अनीमिया मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत T3 कैम्प का आयोजन कर अध्ययनरत छात्र छात्राओं की डिजिटल हीमोग्लोबीनमीटर से खून जाँच की गई।

इस दौरान डॉ संदीप मिश्रा द्वारा बताया गया कि देश के बच्चों, युवाओं और महिलाओं को एनीमिया से मुक्त करने के लिए सरकार कई स्तर पर प्रयास कर रही है. एनीमिया मुक्त भारत (एएमबी) के तहत 6-59 महीने के बच्चे, 5-9 साल के बच्चे, 10-19 साल के किशोर, गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को प्रोफाइलेक्टिक आयरन फोलिक एसिड सप्लीमेंट, कृमि मुक्ति (डीवर्मिंग), साल भर चलने वाला अभियान, डिजिटल इनवेसिव हीमोग्लोबीनोमीटर के जरिये जांच और उपचार के तरीके अपनाकर एनीमिया मुक्त बनाने का काम किया जा रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  चंपावत: उत्तराखंड संस्कृत अकादमी का वार्षिक प्रतियोगिता का जारी हुआ पंचांग,संस्कृत भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए अकादमी ने पुरस्कार राशि में की वृद्धि

नर्सिंग ऑफिसर निर्मला धामी ने बताया कि इसके साथ ही सरकार सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों में आयरन फोलिक एसिड फोर्टिफाइड चावल मुहैया कराने का काम भी कर रही है. आरकेएसके काउन्सेलर श्रीमती विजेता पांडेय द्वारा बताया गया कि मिशन पोषण 2.0 के तहत सामुदायिक सहभागिता, लोक संपर्क, व्यवहार परिवर्तन के जरिए कुपोषण को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. पोषक तत्वों के सेवन में अंतर को पाटने के लिए बच्चों (6 महीने से 6 साल), गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और किशोरियों (आकांक्षी जिलों और पूर्वोत्तर राज्यों में 14 से 18 साल) को अतिरिक्त पोषण प्रदान किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त, एनीमिया से निपटने के लिए सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (पीएम-पोषण) योजना, एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) योजना और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत चरणबद्ध तरीके से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चावल फोर्टिफिकेशन पहल के तहत आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 से समृद्ध चावल की आपूर्ति कर रही है. राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं को आयरन फोलिक एसिड मुहैया कराने की बात करें तो राष्ट्रीय स्तर पर 95 फीसदी गर्भवती महिलाओं को यह मुहैया कराया जा रहा है, जबकि स्तनपान कराने वाली 65.9 फीसदी महिलाओं को यह दवा मिल पा रही है. राज्य की बात करें तो उत्तराखण्ड में 95 फीसदी गर्भवती और 64.6 फीसदी स्तनपान कराने वाली महिलाओं को यह दवा मिल पा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  खटीमा क्षेत्र के बाढ़ पीड़ितों के सहायार्थ लायंस इंटरनेशनल द्वारा भेजा गया राशन व कंबलों का ट्रक पहुंचा खटीमा,राहत सामग्री आज से होगी प्रभावितों को वितरित

कार्यक्रम के दौरान डॉ संदीप मिश्रा प्रधानाचार्य भगत सिंह बोरा, बसंत बल्लभ जोशी,स्टाफ़ नर्स श्रीमती निर्मला धामी,आरकेएसके काउंसलर श्रीमती विजेता पांडेय एवं टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के संजीव जोशी उपस्थित रहे !

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles

You cannot copy content of this page