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चम्पावत(उत्तराखंड)- जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने कहा कि रीप के कार्यक्रमों की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि उनके द्वारा दिए जा रहे ब्याज मुक्त ऋण सुविधा से गरीब महिलाओं का कितना आर्थिक व सामाजिक स्तर ऊंचा उठता है।
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बनबसा में रीप द्वारा आयोजित 108 गरीब महिला को 37. 80 लाख रुपए के ब्याज मुक्त ऋण वितरित करते उन्होंने हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं जो पारंपरिक व्यवसाय जैसे दुधारू पशुपालन, बकरी पालन, मौन पालन, मुर्गी पालन आदि कार्य करती आ रही हैं , उन्हीं कार्यों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। साथ ही महिला समूह के उत्पादों को अच्छा बाजार भाव मिले, इसके लिए भी समानांतर प्रयास किए जाए । इस अवसर पर संकुल समूह से जुड़ी 98 महिलाओं को 70 फीसदी अनुदान पर 14 कुंन्टल गेहूं उन्नत बीज भी उपलब्ध कराया गया। सीडीओ आर एस रावत ने आजीविका संवर्धन एवं आत्मनिर्भरता लाने के लिए रीप द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।
रीप के जिला प्रबंधक एस के झा ने जिलाधिकारी समेत सभी का स्वागत करते हुए कहा कि अभी तक परियोजना के जरिए जिले के चारों ब्लॉकों में 350 गरीब परिवारों को 1.22 करोड़ की ब्याज मुक्त राशि वितरित की जा चुकी है। परियोजना का उद्देश्य लोगों की आय बढ़ाकर उन्हें सम्मानजनक ढंग से जीने का अवसर प्रदान करना है। सहायक प्रबंधक प्रकाश पाठक ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर सहायक प्रबंधक आजीविका सुमित कुमार, समन्वयक आकांक्षा, नीतीश चौबे, राधा चंद के अलावा उन्नति संकुल संघ से जुड़े लोग मौजूद थे।
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