धामी सरकार के अग्नि सुरक्षा मानकों में बरती गई नरमी से अब राज्य भर में उघोगो को फायर एनओसी लेने में होगी आसानी,उद्योगपतियों में धामी सरकार के फैसले से खुशी की लहर,खटीमा सहित प्रदेश भर के व्यवसाइयों ने सीएम धामी का जताया आभार

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

राज्य निर्माण के बाद से फायर नियमो ने बदलाव ना होने से विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड राज्य में उघोगों के स्थापना में आ रही थी परेशानी

खटीमा(उधम सिंह नगर) – उत्तराखंड सरकार ने अग्नि सुरक्षा मानकों में उदारता दिखाते हुए व्यवसायियों को बड़ा तोहफा दे फायर एनओसी प्राप्त करने में होने वाली कठिनाइयों को दूर कर देने के कारण राज्य में अब उधोगों की स्थापना में चार चंद लगने की संभावना है।उल्लेखनीय है कि अग्नि सुरक्षा मानकों में उत्तराखंड निर्माण के बाद से आज तक कोई भी बदलाव नहीं हुआ था, जिस कारण विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों वाले इस राज्य में उद्योगों की स्थापना में फायर एनओसी के कठोर मानक एक अवरोधक के रूप में कार्य कर रहा था।

सीएम धामी के सख्त आदेशों के बाद अग्नि सुरक्षा मानकों में बदलाव कर सरकार ने राज्य में उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा देने के दरवाजे खोल दिए हैं। इससे रोजगार के अवसर तो बढ़ेंगे ही, साथ ही वे पुराने उद्योग जिन्हें अग्नि सुरक्षा अनापत्ति प्रमाण पत्र न मिलने के कारण बंद होने की कगार पर थे, उन्हें भी राहत मिलेगी।
उत्तराखंड शासन में सचिव शैलेश बगोली द्वारा 6 मई को जारी आदेशों में कहा गया है कि राज्य में उद्योगों एवं अन्य प्रतिष्ठानों के लिए 12 मीटर से कम ऊँचाई लेकिन 500 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल या इससे कम क्षेत्रफल वाले लो-राइज़ या मिक्स्ड ऑक्यूपेंसी भवनों की अग्नि सुरक्षा की ढांचागत व्यवस्था में और नेशनल बिल्डिंग कोड 2016 के भाग 4 में संशोधन कर दिया गया है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ओम पुल में आयोजित कार्यक्रम में कांवड़ियों के पांव धोकर (प्रक्षालन) कावड़ियों/शिव भक्तों का किया स्वागत,हरिद्वार आये कांवडियों एवं शिव भक्तों पर हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा

शासन सचिव बगोली ने अपने आदेश में कहा कि उद्योगों और व्यवसायियों को अग्नि सुरक्षा अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने में आ रही कठिनाइयों को दूर करने के लिए सरकार ने नियमों में व्यापक संशोधन किए हैं।
बदलाव किए जाने वाले नियमों में पहुँच मार्ग, स्मोक मैनेजमेंट, फायर एक्सटिंग्विशर, होज़ रील, फायर वाटर टैंक, फायर पंप, स्प्रिंकलर सिस्टम, सेटबैक सहित मैनुअल पॉइंट आदि नियमों में काफी उदारता बरती गई है।राज्य में कैमिकल फैक्ट्री, पटाखा फैक्ट्री, अस्पताल, मॉल, होटल, रिसॉर्ट, ढाबा, रेस्टोरेंट व अन्य प्रकार के प्रतिष्ठानों को इन नियमों से काफी राहत मिलेगी।

यह भी पढ़ें 👉  हरेला पर्व के अवसर पर बूम वन रेंज के विभिन्न वन अनुभागों में चलाया गया वृहद वृक्षारोपण अभियान ,एक पेड़ मां के नाम संदेश के साथ रोपित किए गए सैकड़ो पोंधे

राज्य के वरिष्ठ व्यवसायी एवं रुद्रपुर मंडी परिषद के पूर्व चेयरमैन बलदेव छाबड़ा, खटीमा के वरिष्ठ व्यवसायी पवन अग्रवाल, राइस मिल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र जुनेजा (राजू), होटल व्यवसायी एसोसिएशन के वरिष्ठ पदाधिकारी मुकेश गुप्ता, पटाखा एसोसिएशन अध्यक्ष अक़रम अंसारी, खटीमा हॉस्पिटल एसोसिएशन के
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. भावेश मलनकिया, हरिद्वार एसोसिएशन के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुशील शर्मा,
काशीपुर आईएमए के पदाधिकारी डॉ. त्रिभुवन अग्रवाल,
उत्तराखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष राजीव घई, भाजपा के
वरिष्ठ नेता भारत भूषण चुग एवं खटीमा नगर पालिका अध्यक्ष रमेश जोशी
(रामू) सहित अनेक व्यवसायियों ने सरकार द्वारा अग्नि सुरक्षा
नियमों में दिखाई गई उदारता हेतु प्रदेश के मुखिया, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार प्रकट किया है।

यह भी पढ़ें 👉  देहरादून: हरेला पर्व पर राज्यव्यापी पौधारोपण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने रोपा रुद्राक्ष का पौधा,प्रदेश में हरेला का त्योहार मनाओ, धरती माँ का ऋण चुकाओ” थीम पर किया गया पौधा रोपण

उल्लेखनीय है कि राज्य भर के अस्पतालों के चिकित्सकों
द्वारा सीएम धामी से उनके खटीमा स्थित आवास पर भेंट कर
देवभूमि में अग्नि सुरक्षा नियमों में संशोधन की मांग की थी। अब, उनकी मांग पूरी होने के बाद राज्य के चिकित्सकों ने सीएम
धामी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य निर्माण के बाद यह पहली बात हुआ है किसी मुख्यमंत्री ने इन नियमों में बदलाव किया है।
दरअसल एनबीसी के कड़े नियमों के कारण, विपरीत भौगोलिक परिस्थितियों
वाले राज्य में फायर एनओसी प्राप्त करना जटिल कार्य था। अब मुख्यमंत्री धामी के प्रयासों से यह प्रक्रिया काफी सरल हो गई है, जिसके चलते व्यवसायियों ने राहत की सांस ली है।साथ ही सीएम धामी के राज्य के उद्योगों की बेहतरी हेतु लिए इस निर्णय का स्वागत किया है।

Ad Ad Ad Ad

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles