खटीमा(उधम सिंह नगर)- उत्तराखण्ड की खटीमा नेपाल सीमा जहां लॉक डॉउन के बाद से सील है।लेकिन इसके बावजूद भी नेपाली लकड़ी तस्कर रात के अंधेरों में भारतीय वन क्षेत्रों में पहुँच अवैध लकड़ी कटान कर दुस्साहसी घटना को अंजाम दे रहे है।सोमवार की रात खटीमा की नेपाल सीमा पर खटीमा वन रेंज के छीनीगोठ कम्पार्टमेन्ट नम्बर 10 के करीब नेपाली तस्कर भारतीय क्षेत्र के जंगलों में घुस वनों को काटने का प्रयास कर रहे थे।जिसमें वन विभाग व नेपाली वन तस्करों की हुई मुठभेड़ में एक नेपाली लकड़ी तस्कर के घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है।जिसे साथी तस्करों द्वारा नेपाल के महेन्द्रनगर स्थित महाकाली अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब नेपाली तस्कर भारतीय वन क्षेत्र में सागौन की लकड़ी के पेड़ को आरी से काटने का प्रयास कर रहे थे।तभी खटीमा वन रेंज की गश्ती टीम मौके पर पहुँच गई।वही भारतीय वन गश्ती टीम की आहट सुन वन तस्करों ने वन कर्मियों पर फायर झोंक दिए साथ ही अपने बचाव में हवाई फायर किए।वही वन तस्करों व नेपाली लकड़ी तस्करों की इस मुठभेड़ में एक नेपाली तस्कर के घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है।जिसे साथी लकड़ी तस्करों के द्वारा नेपाल के महेन्द्रनगर स्थित महाकाली अस्पताल में भर्ती कराया गया है।वही इस घटना के बाद नेपाली सुरक्षा फोर्स व भारतीय एसएसबी टीम द्वारा घटना स्थल जंगल क्षेत्र का संयुक्त निरीक्षण किया गया है।नेपाली व भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ दुधारा चाँदनी नेपाल नगर पालिका के मेयर मान बहादुर सुनार भी साथ थे।वही निरीक्षण के दौरान नेपाली तस्करों के आरा पेड़ काटते समय पेड़ में ही अटका पाया गया है।
हालांकि इस पूरे प्रकरण में अभी भी भारतीय वन विभाग के किसी अधिकारी का आधिकारिक बयान सामने नही आया है।जबकि कुछ दिनों पहले भी खटीमा नेपाल सीमा पर भी नेपाल तस्करों के द्वारा खटीमा वन रेंज कर्मी को गोली मारकर घायल करने की वारदात सामने आई थी।जिसके बाद खटीमा वन रेंज के कर्मियों ने भारतीय नेपाल सीमा पर स्थित जंगलों में चौकसी व गस्त को बड़ा दिया है।वही इसकी परिणीति यह हुई कि नेपाली लकड़ी तस्करों व भारतीय वन अधिकारियो में भिड़ंत का मामला सामने आया है।जिसमे एक नेपाली तस्कर के घायल होने की सूचना भी प्राप्त हो रही।