खटीमा(उधम सिंह नगर)-राज्य गठन की 21 वर्षों के बावजूद भी राज्य आंदोलन की भूमि खटीमा आज भी बरसात के समय जलभराव के दंश को झेलने को मजबूर है। हर वर्ष बरसात के समय जहां खटीमा के कई इलाके जलमग्न हो जाते है। लेकिन जनता की समस्या का निदान खटीमा विधानसभा में काबिज सियासतदार आज तक नहीं निकाल पाए हैं।
गौरतलब है कि मौसम विभाग ने 24 जुलाई को उधम सिंह नगर सहित कई जनपदों में भारी बारिश के अलर्ट जारी किया था। वही 23जुलाई की रात से ही खटीमा इलाके में हो रही भारी बरसात से कई निचले इलाके जलमग्न हो चुके है। बरसात की वजह से खटीमा के उपजिला चिकित्सालय परिसर में जहां पानी भर चुका है वही अस्पताल को जाने वाला मार्ग भी जल मग्न होने की वजह से अस्पताल आने वाले स्थानीय लोगो को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।खटीमा नगर की कई निचली कलौनिया सहित शहर का रिलायंस पेट्रोल पंप भी जल भराव की वजह से तालाब बना हुआ नजर आ रहा है।
लगातार बरसात की वजह से खटीमा एसडीएम रविंद्र बिष्ट भी खटीमा तहसील स्थित बाढ़ कंट्रोल रूप से पूरे तहसील क्षेत्र में जलभराव की स्थिति पर नजर बनाये हुए है।साथ ही तहलील के विभिन्न इलाकों में बने बाढ़ कंट्रोल रूप में तैनात कर्मचारियों को अलर्ट मोड़ में रहने के निर्देश दिए गए है।वही बरसात से खटीमा उप जिला चिकित्सालय सहित निचले इलाको में जलभराव के सवाल पर एसडीएम द्वारा नगर पालिका को जल निकासी के निर्देश दिए जाने के साथ जल भराव कि स्थिति पर नजर बनाए रखने की बात कही गई है।फिलहाल एसडीएम खटीमा के अनुसार भारी बरसात में खटीमा में किसी भी तरह की अप्रिय घटना सामने नही है।लेकिन लो लाइन एरियाज में जल भराव की सूचनाएं जरूर सामने आई है।जिनमे प्रशासन नजर बनाए हुए है।
खटीमा नगरीय व तहसील क्षेत्र में होने वाले जलभराव से निपटने के लिए एसडीएम खटीमा के अनुसार योजना बनाई जा रही है। जिसके लिए भारी बजट की भी आवश्यकता है। इसलिए प्रशासन खटीमा क्षेत्र जल भराव ना हो व नगरीय क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम सही हो इसके लिए शासन के समक्ष प्रस्ताव रखेगा।जिसके बाद हर वर्ष जल भराव की होने वाली समस्या को दूर अगले वर्ष तक दूर किए जाने के प्रयास किए जाएंगे।