खटीमा(उत्तराखण्ड)- सीमान्त खटीमा से लगे तराई पूर्वी वन प्रभाग के दक्षिणी जौलासाल वन रेंज के कर्मचारियों ने वन्य जीव तस्करी को अंजाम दे रहे चार वन जीव तस्कर को गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी है।पकड़े गए चारो आरोपियों के पास से वन महकमे ने लगभग 12 किलो वजन का दुर्लभ प्रजाति का कछुआ बरामद किया है।पकड़े गए चारो आरोपियों के विरुद्ध वन जीव अधिनियम के तहत मुकदमा पंजिकृत कर लिया गया है।
इस पूरे प्रकरण में मुखबिर की सूचना पर जौला साल वन रेंज के रेंजर विजय भट्ट ने अपनी टीम के साथ चार वन्य जीव तस्करों को दक्षिणी जौलासाल वन रेंज के देवीपुरा अनुभाग के अंतर्गत काला बूटा बीट में चार लोगों को उस वक्त दबोच लिया जब चारो वन्य जीव तस्कर दुर्लभ प्रजाति के कछुवे को वन रेंज से तस्करी कर ले जाने की फिराक में थे।पकड़े गए वन्यजीव तस्करों के पास से एक थैले में वन विभाग की टीम ने 12 किलो वजन के दुर्लभ प्रजाति का कछुआ बरामद किया। वही आवश्यक छानबीन व पूछताछ के बाद चारों वन्यजीव तस्करों के खिलाफ वन्यजीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
वही जौलासाल वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी विजय भट्ट ने मीडिया को बताया कि वन विभाग की टीम को मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी कि कुछ वन्यजीव तस्कर जौलासाल वन रेंज में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए आए हुए हैं। मुखबिर की सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम द्वारा तत्काल कार्यवाही करते हुए जंगल में घूम रहे मोहम्मद एहसान, इकबाल अहमद,इकबाल निवासी बघोरी सितारगंज व बाबू निवासी चिंति माझरा सितारगंज को पकड़ा गया जिनके पास से तलाशी के दौरान एक थैले में दुर्लभ प्रजाति का कछुआ जिसका वजन लगभग 12 किलोग्राम था उसे बरामद किया गया। पकड़े गए चारों आरोपी वन्यजीव तस्करों को के खिलाफ भारतीय वन्यजीव अधिनियम की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल गया है।साथ ही माननीय न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में कछुए को उसके प्राकृतिक आवास (नानक सागर डैम) में सुरक्षित छोड़ दिया गया है।
वन क्षेत्राधिकारी विजय चन्द्र भट्ट के अनुसार वनों एवम वन्य जीवों की सुरक्षा हेतु वे चौबीसों घण्टे मुस्तैद हैं एवम किसी भी प्रकार के वन अपराधी को बक्शा नहीं जाएगा। प्रकरण की गहनता से जांच की जा रही है तथा जो भी अन्य लोग उपरोक्त अपराध में शामिल होंगे, उन पर भी उचित वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
वन तस्करों को पकड़ने वाली वन विभाग की टीम में केशर सिंह धोनी वन दरोगा, दान सिंह खोलिया वन दरोगा, चन्दन सिंह खाती वन दरोगा, अमर सिंह बिष्ट वन आरक्षी, हेमन्त कुमार तिवारी वन आरक्षी, महेश चन्द्र आर्या वन आरक्षी, महिपाल सिंह वन आरक्षी, चरन सिंह, सुरजीत सिंह, ज्ञान चन्द तथा वाहन चालक परमजीत सिंह आदि शामिल रहे।