मनोज राय(लोहाघाट)
लोहाघाट(चम्पावत)- चम्पावत जिले के लोहाघाट नगर से लगी ग्राम सभा राय नगर चौड़ी के लोगो का गुस्सा तब भड़क गया जब कुछ पुलिस कर्मी, फायर सर्विस व नगर पंचायत कर्मी गाव के समीप कॉरोना संक्रमित व्यक्ति का शव लेकर पुहुचे। पुलिस कर्मी देवराडी बेंड के पास बायपास के समीप लोहावती नदी में शव जलाने की तैयारी कर रहे थे।जिसका स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध किया।विरोध स्वरूप ग्रामीणों की तीखी नोक झोंक भी पुलिस प्रशासन से इस दौरान हुई।
इस पूरे मामले में स्थानीय ग्रामीणों का कहना था कि गांव के पास लोहावती नदी के पास स्थानीय लोग अपने मवेशियो को चराने, सुबह शाम घूमने व महिलाएं घास आदि काटने जाती हैं। अगर उक्त स्थान पर पुलिस कोरोना संक्रमितों के शव जलाती है तो गांव में संक्रमण फैलने की का खतरा पैदा हो जाएगा।
ग्राम प्रधान जितेंद्र राय, बी टी सी मेंबर मनोज कापड़ी, बी डी राय, मनोज राय, प्रकाश राय, हरीश कापड़ी, चंचला देवी, हीरा देवी, भूना देवी, हेमा देवी, सुनीता देवी, बसंती देवी, दीपा देवी, शांति देवी, नरी देवी, राजेन्द्र राय, बसंत राय आदि का कहना था कि जहा गांव वालों की सुझ -बुझ, सावधानी, जागरूकता से अभी तक कोराना गांव से कोसो दूर है, वहीं प्रशासन की लापरवाही से कोराना जैसी महामारी से गांव को भी खतरा पैदा हो जायगा।
ग्रामीणों के विरोध के बाद मौके पर दल बल के साथ पहुचे नायब तहसीलदार, एस ओ मनीष खत्री ने ग्रामीणों से वार्ता की। इस बीच एस ओ के रवैए को देख ग्रामीण भड़क गए। ग्रामीणों ने किसी भी हालत में गांव के समीप लोहावती नदी में शवदाह न करने देने पर डट गए। बाद में ग्रामीणों ने विधायक पूरन सिंह फर्त्याल से इसकी शिकायत की तो तब जाकर पुलिस ने शव का दाह अन्य जगह किया। ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए सार्वजनिक जगहों पर कोरोना संक्रमित शवो को न जलाने की बात कही। ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि इसकी शिकायत मुख्य मंत्री, स्वस्थ मंत्री से की जाएगी। इधर इस घटना से ग्रामसभा डेसली, खुना बोहरा, बलाई आदि के ग्रामीणों में भी आक्रोश है।