खटीमा(उधम सिंह नगर) सीमांत क्षेत्र खटीमा की वन रेंजो में लगातार मानव वन्य जीव संघर्ष के मामले जहां सामने आ रहे है।वही एक बार फिर से ताजे मामले में खटीमा वन रेंज की वन सीमा से सटे ग्राम गोसीकुआं भुड़ाई में एक घर के आंगन में सो रहे तीन लोगों को तेदुएं ने बीती देर रात हमला कर घायल कर दिया। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर तीनों घायलों को आपातकालीन सेवा 108 से उप जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां घायलों का उपचार चल रहा है।
इस पूरे मामले में ग्राम गोसीकुआं भुड़ाई में दशरथ सिंह के यहां उसके पुत्र की शादी थी। शनिवार को महिला संगीत के बाद परिजन व रिश्तेदार आंगन में सो गए। रात्रि लगभग डेढ़ से दो बजे की बीच अचानक तेदुएं ने हमला कर दिया। तेदुएं के हमले में भुड़ाई निवासी दिनेश सिंह राना(45), ग्राम बिसौटा नौगवानाथ निवासी रजनीश सिंह राना(25) व भड़ाभुड़िया निवासी अनुराग(30) घायल हो गए। दिनेश सिंह ने तेदुएं से काफी देर तक संघर्ष किया। चीख पुकार सुनकर अन्य लोग भी जाग गए। लोगों के एकत्र होने पर तेदुआं जंगल की ओर भाग गया।
रात्रि में तेदुएं के घर पर घुसने से अफरा-तफरी मच गई। परिजन एवं ग्रामीणों ने तेदुएं के हमले की सूचना वन क्षेत्राधिकारी महेश चंद्र जोशी को दी। सूचना पर रेंजर जोशी ने वन दरोगा नित्यानंद भट्ट दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। वन दरोगा भट्ट ने जांच पड़ताल के बाद ग्रामीणों के अनुसार प्रथम दृष्टता तेदुएं का हमला प्रतीत होता है। इधर ग्राम प्रधान गीता धामी व उप प्रधान लक्ष्मण राना ने वन विभाग को पत्र सौंपकर तेदुएं के हमले में घायल तीनों लोगों मुआवजा देने की मांग की।
वन विभाग टीम ने घायलों को उप जिला चिकित्सालय में पहुंचाया। जहां चिकित्सकों घायलों का उपचार शुरू किया। गंभीर रूप से घायल दिनेश सिंह को अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां उसका उपचार चल रहा है। डॉ. मनी पुनियानी ने बताया कि रजनीश व अनुराग को उपचार के बाद छुट्टी दे दी।जबकि एक गंभीर घायल को हायर सेंटर भेजा जा रहा है।जबकि रेंजर महेश चंद्र जोशी ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना और तत्काल तीनों घायलों का पांच-पांच हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की। रेंजर जोशी ने वन सीमा से सटे गांव के ग्रामीणों को सतर्क रहने और रात्रि के समय अकेले घरों से बाहर न निकलने की अपील की। उन्होंने बताया कि वन कर्मियों की गश्त बढ़ा दी है।