

खटीमा की स्वर कोकिला रेनू उपाध्याय ने भी अपनी प्रस्तुति से बांधा शमा


खटीमा(उत्तराखंड) –होली संगीत एक दूसरे के पूरक है,संगीत ना हो तो होली का आनंद भी अधूरा है,,
बात अगर कुमाऊं में होली गीतों की करी जाय तो होली पर्व के पहले बैठकी होली व खड़ी होली में पारंपरिक होली गीतों की मिठास अपना अलग ही रंग बिखेरती है,,
होली के अवसर पर खटीमा के विभिन्न स्थानों पर होली के संगीतमय आयोजन आयोजित हो रहे है,,
खटीमा में आयोजित होली आयोजन पर संगीतमय प्रस्तुति हेतु साधक संगीत अकादमी ने अपनी पूरी टीम के साथ शानदार प्रस्तुति दी।अकादमी के संचालक जितेंद्र भट्ट के द्वारा काफी राग सहित बेहतरीन होली के पारंपरिक गीतों से होली के रंगो को संगीत से सराबोर कर दिया।
जबकि खटीमा की स्वर कोकिला रेनू उपाध्याय की प्रस्तुति ने होली आयोजन में चार चांद लगा दिए,,,
इसके अलावा साधक संगीत अकादमी से जुड़े नितेश बिष्ट,श्रद्धा अग्रवाल ने अजय भट्ट के तबले की थाप पर बेहद मनमोहक प्रस्तुतियां पेश की
राम जी दद्दा के भजनों ने होली की उमंग को ओर बड़ा दिया, दद्दा के भजनों में हेमा जोशी,रेनू उपाध्याय,शांति देवी एड हेमा परिहार श्री श्याम के भजनों में जमकर झूमे,,
कार्यक्रम के अंत में कार्यकम के आयोजक श्याम वीर “चातक” जी द्वारा सभी आगंतुकों को श्रीमद्भागवतगीता पुस्तक सप्रेम भेंट की गई,,
श्याम वीर जी के द्वारा आयोजित होली गीत संगीत आयोजन में प्रसिद्ध साहितकार डॉक्टर जगदीश पंत “कुमुद”,कैलाश चंद्र पांडे,महेंद्र प्रताप पांडे “नंद”,राम रतन यादव “रतन” हेमा जोशी, “परू” शांति देवी,हेमा परिहार,रेनू उपाध्याय सहित पूरन बिष्ट,शरद सक्सेना,मोहन बिष्ट, ताजबर खत्री,रामचंद्र दद्दा,एड नरेश चंद्र तिवारी, भंडारी जी सहित कई मौजूद रहे।









