टनकपुर(चम्पावत)- चम्पावत के सूखीढांग क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से बाइक सवारों पर हमला कर उन्हे घायल करने वाला गुलदार आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया है। आतंक का पर्याय बन गुलदार के पकड़े जाने पर स्थानीय लोगो ने राहत की सांस ली है।
पिछले कुछ समय से यह गुलदार लगातार हमलावर हो रहा था। जिसके बाद वन विभाग ने उसे पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया था। जिसमें शनिवार की रात गुलदार फंस गया। इसके साथ ही लोगों ने राहत की सांस ली है। वन विभाग की टीम ने मेडिकल प्रशिक्षण के बाद गुलदार को दूर घने जंगल में छोड़ दिया है।
हम आपको बता दे की टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर सूखीढांग से अमरूबैंड के बीच में सक्रिय गुलदार काफी खूंखार हो गया था। वह एनएच पर चलने वाले बाइक सवारों पर भी झपट कर उन्हे घायल कर रहा था। उसने पिछले दिनों अलग अलग घटनाओं में दो बाइक सवारों पर हमला किया था। हमले में बाइक सवार बाल बाल बचे थे। गुलदार ग्रामीणों के पालतू जानवरों पर भी हमला कर चुका था। स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र पिंजरा लगाया, लेकिन गुलदार उसमें फंस नहीं रहा था।

जिससे वन विभाग की चिंता बढ़ने के साथ-साथ लोगों में दहशत बनी हुई थी। शनिवार देर रात आखिरकार गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके में पहुंची। वन क्षेत्राधिकारी गुलजार हुसैन ने बताया कि गुलदार का मेडिकल प्रशिक्षण करने के उपरांत उसे जंगल में छोड़ दिया गया है। वन विभाग की टीम में गुलजार हुसैन वन क्षेत्र अधिकारी, रविंद्र लाल वन दरोगा, पुष्कर भट्ट, भरत नेगी, गिरीश जोशी, रेवाधार जोशी, विपिन आर्य, भुवन पंत, अजय अधिकारी, प्रेम अधिकारी, अनिल पांडे, मुकेश जोशी आदि वन कर्मी शामिल रहे।








