पहली बरसात में ही कुटरी पहनिया बाईपास निर्माण बना मुसीबत,कई ग्रामीण इलाको में जलभराव, नदन्ना में कई घरों में घुसा पानी


खटीमा(उत्तराखंड) – खटीमा का कुटरी-पहनिया निर्माणाधीन बाईपास पहली ही बरसात में कई ग्रामीण इलाको के लिए मुसीबत बन गया है।खटीमा इलाके में आज सुबह से हुई भारी बरसात ने नदन्ना, बिगराबाग सहित बाईपास से लगे कई ग्रामीण इलाकों में हुआ जलभराव की स्थिति उत्पन्न कर दी है।बाईपास निर्माण की वजह से जल निकासी में अवरोध उत्पन्न होने की वजह से बरसात का पानी बाईपास सड़क के दोनो तरफ भर गया है।जिससे खटीमा की नदन्ना ग्राम सभा के कई घरों में बाईपास की ठोकर से जल निकासी ना होने से जलभराव हो गया।वही बाईपास सड़क से लगे बिगराबाग इलाके में भी किसानों के खेत जलमग्न हो गए है साथ ही केआईटीएम डिग्री कॉलेज भी चारो तरफ हुए जल भराव से घिर गया है।

ग्रामीणों की मांग पर प्रशासन से मिले निर्देश पर NHAI संस्था की जेसीबी जगह जगह बाईपास में कट दे जल निकासी के वर्तमान में प्रयास कर रही है।जबकि कई स्थानों पर ग्रामीणों ने बाईपास में कट लगा पानी निकासी के प्रयास स्वय कर दिए है।ताकि जल भराव की निकासी हो सके। नदन्ना पहनिया बाईपास से लगे प्रभावित ग्रामीणों ने बाईपास निर्माण संस्था NHAI पर बाईपास निर्माण के दौरान जल निकासी की व्यवस्था ना करने का आरोप लगाया है।साथ ही जल निकासी की व्यवस्था ना होने पर निर्माणाधीन बाईपास के मानसून की बरसात में बड़ी मुसीबत होने की बात कही है।


वही नदन्ना ग्राम सभा की ग्राम प्रधान माया जोशी ने बताया कि बाईपास की वजह से हुए जलभराव की वजह से नदन्ना ग्राम सभा के विमला देवी गुरुंग, नरेंद्र बहादुर गुरुंग, इंदर सिंह गोवाडी , इंदर सिंह मेहता इत्यादि के घर डूब गए हैं।जलभराव से ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ है।

वही ग्राम प्रधान ने कहा कि निर्माण से पहले ही जल निकासी की पूर्ण व्यवस्था NHAI संस्था से किए जाने की बात कही गई थी लेकिन संस्था द्वारा ग्रामीणों की बात को अनसुना कर बाईपास निर्माण किया गया।जिसके चलते पहली बरसात में ही भारी जलभराव से गांव में पानी घुस गया।साथ ग्रामीणों का भारी नुकसान हुआ है।इसलिए उनकी प्रशासन व निर्माण संस्था से अपील है की बाईपास में जगह जगह पुलिया निर्माण व ह्यूम पाइप डाल कर जल निकासी के बेहतर इंतजाम किए जाए।जिससे बरसात में ग्रामीणों को जल भराव के चलते मुसीबत ना झेलनी पड़े।


