मॉडर्न यूटोपियन सोसाइटी के सीमांत साहित्य उत्सव में भारत नेपाल के साहित्यकारों के बीच संस्कृति व साहित्य संवर्धन को हुआ मंथन,पद्मश्री यशोधर मठपाल रहे कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण

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खटीमा(उधम सिंह नगर)- सीमांत खटीमा के एकलव्य आवासीय विद्यालय में रविवार के दिन सामाजिक संस्था मॉडर्न यूटोपियन सोसाइटी के द्वारा छ्टे सीमांत साहित्य उत्सव का आयोजन किया। आयोजन में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध पुरातत्ववेता यशोधर मठपाल ने शिरकत की। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में जहां नेपाल से आए प्रसिद्ध साहित्यकारों ने एकलव्य विद्यालय के बच्चों को नेपाल की संस्कृति व साहित्य से रूबरू कराया। वही बच्चों ने भी नेपाल के साहित्यकारों से विभिन्न विषयों पर काफी रोचक सवाल पूछे।

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कार्यक्रम में पहुँचे पद्मश्री यशोधर मठपाल ने बच्चों से रूबरू हो उनसे संवाद किया,उन्होंने विज्ञान पर्यावरण सहित विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर अपने वक्तव्य में बच्चों को ज्ञान दिया। संस्था द्वारा पद्मश्री यसोधर मठपाल को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में साहित्यकार डॉक्टर जगदीश पंत कुमुद की पुस्तक नदी ना लौटी व डॉ गिरीश चंद्र जोशी की विज्ञान एव ब्रह्मांड किताब का विमोचन हुआ। जबकि इस अवसर पर मॉडर्न यूटोपियन सोसायटी के द्वारा खटीमा के प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ राज सक्सेना को भी साहित्य के संवर्द्धन में उनके महत्वपूर्ण योगदान हेतु मॉर्डन यूटोपियन सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया।

साहित्य उत्सव कार्यक्रम में शिक्षा में नवाचार व नवोन्मेष विषय पर भी विस्तृत चर्चा हुई। कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रशांत जोशी के द्वारा किया गया। इस अवसर पर भारत और नेपाल के प्रसिद्ध साहित्यकारों ने कार्यक्रम में पहुंचकर शिरकत की। इस अवसर पर कार्यक्रम में आए आगंतुकों को एकलव्य आवासीय विद्यालय के बच्चों द्वारा बनाई गई सुंदर कलाकृतियां भी देखने को मिली। साथी कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने बेहतरीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी प्रदर्शन किया।

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सीमांत साहित्य उत्सव में द पुस्तक ट्री के नवीन चिलाना द्वारा पुस्तक स्टॉल लगाया गया, साथ ही सहयोग फाउंडेशन वह महिला क्लस्टर समूह द्वारा हस्तशिल्प कला की तेजस्वी को भी कार्यक्रम स्थल पर लगाया गया।

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कार्यक्रम में डॉ चंद्रशेखर जोशी, कार्यक्रम संयोजक व अध्यक्ष ,मॉर्डन यूटोपीएन सोसायटी,खटीमा,सचिव पुरन बिष्ट, रवि पांडे पपिहा,निर्मल नियोलिया,कमलेश अटवाल,ताजवार खत्री, अंजु भट्ट,हेमा जोशी,नक्षत्र पांडे,कैलाश पांडे,पंकज भट्ट शरद सक्सेना,चेतन भट्ट,केदार सिंह रौतेला,जीडी जोशी,नरेंद्र रौतेला,शांति देवी,जी डी जोशी,डॉ राज सक्सेना,डॉ सिद्धेश्वर सिंह, डॉ आशीष उपाध्याय,शिखर नौटियाल, नेहल,प्रो नागेंद्र द्विवेदी, डॉ प्रभा पंत,डॉ अमिता प्रकाश,दिनेश कर्नाटक,सहित नेपाल के साहित्यकारों में सरिता पंथी, चीना नेपाल,अमित प्रसाद भट्ट,गौरी प्रसाद जोशी,सीता पुजारा,मधु हमाल,विष्णु दत्त,हरी प्रसाद जोशी सही स्कूली बच्चे व साहित्य प्रेमी जनता मौजूद रही।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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