खटीमा की यूपी सीमा से लगे गांव में मजदूर की वन्य जीव हमले में गई जान,वन विभाग वन्य जीव के पग मार्क से भी नही कर पाया पता की हमलावर जीव गुलदार है या टाइगर,ग्रामीणों में दहशत का माहौल

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घटनास्थल पर थर्मल कैमरे लगा कर अब फोटो के आधार पर होगी हमलावर वन्य जीव की पहचान,

खटीमा(उत्तराखंड) – खटीमा की यूपी सीमा से लगे गांवों के आसपास इलाको में टाइगर व गुलदार की आवाजाही कोई नई बात नहीं है।अगर मानव वन्य जीव संघर्स की बात करे तो बीते कुछ सालों में टाइगर के हमले में कई लोग अपनी जान गंवा चुके है।वही ताजे मामले में बुधवार की सुबह तराई पूर्वी वन प्रभाग के खटीमा वन रेंज में वन्य जीव के हमले में खेत में काम करने गए मजदूर की मौत का मामला सामने आया है।

मृतक मजदूर यूपी के पीलीभीत जनपद के बिसलपुर तहसील का निवासी है जो उत्तराखंड के खटीमा तहसील के यूपी सीमा से लगे गांव जादोपुर में धान की पोंध लगाने आया था।वन्य जीव के हमले के उपरांत साथी मजदूरों ने जहां मजदूर जितेंद्र को हल्ला कर वन जीव के चुंगल से छुड़ाया ,वही घायल अवस्था में उपजिला चिकित्सालय ले जाने पर डॉक्टर ने जांच उपरांत जितेंद्र को मृत घोषित कर दिया।फिलहाल डीएफओ सहित आला वन अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा कर वन्य जीव के मुवमेंट ट्रेस करने हेतु थर्मल कैमरे लगा ग्रामीणों को अलर्ट पर रहने की अपील की है।

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मजदूर की वन्य जीव हमले में मौत की बात कहने वाले वन अधिकारी अभी तक यह तय नहीं कर पाए है की मजदूर पर हमला करने वाला गुलदार है या टाइगर?? जबकि घटना स्थल पर जांच उपरांत वन्य जीव के पग मार्क भी मिले है।लेकिन वन अधिकारी हो या कार्मिक पग मार्क देखने के उपरांत भी यह तय नहीं कर पा रहे को मजदूर पर हमला कर उसे मौत के घाट उतारने वाला गुलदार है या टाइगर। उक्त घटना में वन अधिकारी अब घटना स्थल पर थर्मल कैमरा लगा फोटो वीडियो के आधार पर हमलावर वन्य जीव की पहचान की बात कह रहे है।जबकि ग्रामीणों के अनुसार उक्त मानव वन्य जीव संघर्ष में गुलदार की पहचान फिलहाल अभी तक सामने आई है।

पूरे घटना क्रम में बुधवार की सुबह तराई पूर्वी वन प्रभाग के खटीमा वन रेंज की यूपी सीमा से लगे जादोपुर इलाके में खेत में धान लगाने गए मजदूर पर घात लगाकर वन्य जीव द्वारा किए हमले में मजदूर की जान चली गई।वही उक्त सूचना उपरांत घायल मजदूर को खटीमा के उपजिला चिकित्सालय लाया गया जहां चिकित्सक ने जांच उपरांत यूपी निवासी मजदूर जितेंद्र को मृत घोषित कर दिया।वही उक्त घटना के बात वन अधिकारियों के द्वारा मौके का निरीक्षण कर संबंधित हमला करने वाले वन्य जीव की लोकेशन ट्रेस करने हेतु थर्मल कैमरे लगा दिए है।साथ ही वन्य जीव की पहचान की कवायद शुरू कर स्थानीय ग्रामीणों को भी अलर्ट कर दिया है।फिलहाल हमला गुलदार या बाघ किसने किया इसको लेकर वन विभाग जांच कर रहा है।

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वही मृतक मजदूर के साथियों ने बताया की वह लोग सुबह खेत में काम करने गए थे।कुल आठ लोगो में उनका साथी जितेंद्र मोटर से पानी पीने रुक गया,उसी वक्त जंगली जानवर ने उस पर हमला कर दिया।वही हल्ला कर अपने साथी को जंगली जानवर से बचा खटीमा सरकारी अस्पताल ले गए। जहां उसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।मृतक जितेंद्र यूपी के पीलीभीत जनपद के बिसलपुर तहसील का निवासी थी।जो वर्तमान में धान की पौध लगाने उत्तराखंड के जादोपुर गांव आया हुआ था।

जबकि वन्य जीव हमले में ग्रामीण की मौत की सूचना पर खटीमा पहुंचे तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु बांगरी ने बताया की खटीमा वन रेंज में बुधवार सुबह के समय जादोपुर ग्राम में वन जीव द्वारा खेत में काम करने गए मजदूर जितेंद्र सिंह पुत्र विश्राम सिंह उम्र 40 वर्ष पर हमला कर दिया,वनजीव हमले में मजदूर की जान चली गई।जबकि वन विभाग द्वारा घटना की सूचना उपरांत घटना स्थल से ब्लड बाल के सैंपल सहित पग चिन्हों के सैंपल ले हैदराबाद लैब भेजे जा रहे है।ताकि हमला गुलदार या टाइगर किसने किया वह ज्ञात हो सके।वही स्थानीय ग्रामीणों को भी अलर्ट कर वन कर्मचारियों द्वारा थर्मल कैमरे लगा जंगली जानवर के मूवमेंट को ट्रेस करने के निर्देश दिए गए है।वन्य जीव की मूवमेंट ट्रेस कर पिंजरा लगाने की कार्यवाही भी की जा सकती है।फिलहाल डीएफओ ने ग्रामीणों को झुंड में जाने,झाड़ियों के आसपास ना जाने व सुबह शाम उक्त इलाके में विचरण ना करने की अपील की है।

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वही उपजिला चिकित्सालय के चिकित्सक डॉक्टर सिमरन जीत सिंह ने बताया की अस्पताल में जितेंद्र नामक व्यक्ति को लाया गया था,अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मृत्यु हो चुकी थी।फिलहाल मजदूर के शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया है।घटना स्थल पर पहुंचने वाले फॉरेस्ट अधिकारियों में तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु बांगरी,एसडीओ संचिता वर्मा,रेंजर उप्रेती सहित अन्य वन कार्मिक मौजूद रहे।

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Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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