समीर “निज़ामुद्दीन शेख़”
काशीपुर(उधम सिंह नगर)-उत्तराखण्ड प्रदेश के उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर इलाके में आज उस वक्त कोहराम मच गया जब जब जमीन से अचानक आग व धुंवा निकलने लगा। काशीपुर में बाजपुर रोड स्थित प्रकाश सिटी के पास नहर के किनारे जमीन से धुंआ और आग निकलने से लोगों में सनसनी फैल गई। लोगों ने आग बुझाने के लिए जैसे ही पानी डाला तो आग और भड़कने लगी। रहस्यमय तरीके से निकल रहे धुएं और आग को देखकर लोगों ने दमकल विभाग को सूचना दी गई। सूचना पाकर दमकल विभाग की दो गाड़ी मौके पर पहुंच गई। लेकिन फायर कर्मियों द्वारा भी आग पर काबू ना पाने के बाद आग निकलने की वजह जानने हेतु आईजीएल से फायर ब्रिगेड की विशेषज्ञ टीम को मौके पर बुलाया गया है। लेकिन रहस्यमय आग का जमीन से निकलने का क्रम जारी रहा।
दरअसल इस पूरी रहस्यमय घटना के पीछे पूरी कहानी में प्रकाश सिटी और द्रोण बिहार के पास गेट नं एक के नजदीक तिलकराज बाजवा का घर है। उनके घर के पास से लगभग दस फिट दूर महादेव नहर है। आज जब वह घर के बाहर बैठे थे कि तभी किसी ने महादेव नहर के पास धुंये और आग की लपटें उठती देखी। उसने शोर मचाया तो लोग वहां इकट्ठे हो गये और आग बुझाने के लिए पानी डाला लेकिन आग बुझने के बजाय और तेजी से भड़कने लगी। लोगों ने दमकल विभाग को सूचित किया। विभाग से गिरीश सिंह बिष्ट व हंसराज सागर और खीमानंद के नेतृत्व में दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे दमकल कर्मी आग बुझाने में लगे। दमकल कर्मियों ने पानी से आग बुझती न देख वहां रेत डाला लेकिन रेत के भीतर से भी धुयें और आग की लपटें बाहर निकलने लगी। आग इस कदर भड़की कि वहाँ रेत के साथ पटाखे जैसे छूटने लगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हुये आईजीएल से फायर विशेषज्ञों की टीम भी मौके पर बुला ली गई।
आईजीएल की टीम ने हाइड्रो कार्बन डिटेक्टर से जांच की तो वहां गैस की पुष्टि हुई है। पहले समझा जा रहा था कि गैस की डिलीवरी के लिये डाली गई पाइप लाइन लीक होने की वजह से आग निकल रही है। लेकिन बाद में पता चला कि उसके पास गैस पाइप लाइन तो है पर अभी गैस डिलीवरी शुरू नहीं की गई है। इसलिए गैस लीक होने की वजह से आग लगना संभव नहीं है। बहरहाल मौके पर घंटो कोहराम की स्थिति रही।जहां जमीन से निकल रही आग देख कर लोगो की भीड़ घटना स्थल पर जुटती रही।वही आईजीएल और फायर ब्रिगेड के लोग आग बुझाने की कोशिश में लगे रहे।लेकिन धरती से निकल रही आग ऐसी की फायर कर्मियों के पसीने छुड़वा दिए।लेकिन मजाल की आग बुझ जाए।फिलहाल आईजीएल व फायर की टीमें जहां आग बुझाने का प्रयास करती रही साथ ही इस बात की जांच में रही कि आखिर जमीन से किस तरह यह आग निकल रही थी।






