खटीमा: सीएम पुष्कर धामी ने खटीमा गोलीकांड के शहीदों को दी श्रद्धांजलि, पृथक राज्य आंदोलन के शहीदों की कुर्बानी को याद कर किया नमन,शहीदों के परिजनों को अंगवस्त्र व उपहार देकर किया सम्मानित

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

खटीमा(उधम सिंह नगर) – उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन के दौरान शहीद हुए आन्दोलनकारियों की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में सीएम धामी ने प्रतिभाग किया।उन्होंने शहीद राज्य आन्दोलन कारियों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये और उनके परिजन नानक सिंह, नरेंद्र चंद्र,जगत सिंह, अनिल भट्ट, शरीफ अहमद को अंगवस्त्र व उपहार देकर सम्मानित किया। मुख्यमत्री ने कहा कि खटीमा गोलीकांड में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले अमर बलिदानियों भगवान सिंह सिरौला , प्रताप सिंह , रामपाल, सलीम अहमद, गोपीचंद, धर्मानन्द भट्ट और परमजीत सिंह को स्मरण करने का दिन है तथा हर नागरिक इन सभी वीर सपूतों का सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि हम सभी मिलकर उनके सपनों के उत्तराखंड का निर्माण करें, यही उनके लिए हमारी सबसे बड़ी श्रद्धांजलि होगी।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को देहरादून स्थित शहीद स्थल कचहरी परिसर में राज्य आंदोलनकारी शहीदों को श्रद्धांजलि की अर्पित

सरकार राज्य आंदोलनकारियों के आदर्शों और उनके सपनों को साकार करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए राज्य सरकार की नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू किया है। शहीद आंदोलनकारियों के परिवारों के लिए 3 हजार रुपये मासिक पेंशन की सुविधा भी शुरू की है, साथ ही घायल और जेल गए आंदोलनकारियों को 6000 रुपये और सक्रिय आंदोलनकारियों को 4500 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है। नए कानून के अंतर्गत चिह्नित आंदोलनकारियों की परित्यक्ता, विधवा और तलाकशुदा पुत्रियों को भी इस आरक्षण का लाभ मिल सकेगा। चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों को पहचान पत्र जारी करने के साथ ही 93 आंदोलनकारियों को राजकीय सेवा में सेवायोजित भी किया है। आंदोलनकारियों को सरकारी बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। राज्य निर्माण में मातृशक्ति की भूमिका को देखते हुए ही राज्य सरकार ने राज्य की महिलाओं के लिए सरकारी नौकरी में 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू किया गया है। राज्य के समग्र विकास के साथ ही प्रदेश के हित में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं। सरकार देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को बचाए रखने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य कर रही है। प्रदेश में सख्त धर्मांतरण विरोधी और दंगा विरोधी कानूनों लागू किया गया है। 7 हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीएम हेल्पलाइन 1905 की समीक्षा में दिए निर्देश,शिकायतकर्ता की संतुष्टि को मानक बनाकर किया जाए समस्याओं का निस्तारण-मुख्यमंत्री

इस दौरान कार्यक्रम में सांसद अजय भट्ट एवं क्षेत्रीय विधायक भुवन कापड़ी ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर सांसद अजय भट्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष अजय मौर्य, विधायक भुवन कापड़ी, विधायक नानकमत्ता गोपाल सिंह राणा, नगर पालिका अध्यक्ष रमेश चंद जोशी, दर्जा राज्य मंत्री डॉ.अनिल कपूर डब्बू, सुभाष बर्थवाल, फरजाना बेगम, ब्लॉक प्रमुख सरिता राणा, दान सिंह रावत,भगवान जोशी, नंदन सिंह खड़ायत, जीवन सिंह धामी, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा, उपाध्यक्ष जिला विकास प्राधिकरण जय किशन, डीएफओ हिमांशु बागरी, एडीएम पंकज उपाध्याय सहित अनेक जनप्रतिनिधि, राज्य आंदोलनकारी मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक में किया प्रतिभाग,सीएम ने अधिकारियों को आगामी 09 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रमों की तैयारी हेतु दिए आवश्यक दिशा निर्देश
Ad

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 18 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles