खटीमा(उधम सिंह नगर)- कंजाबाग रोड स्थित तराई बीज निगम का मैदान 12 जनवरी से एक बार फिर कुमाऊंनी संस्कृति से सराबोर रहेगा। मौका होगा कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान मंच का उत्तरायणी कौतिक, जिसमें उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों के लोकगायक व लोक कलाकार आकर मंच पर अपनी अनूठी छठा बिखेरेंगे। सोमवार को भूमि पूजन के बाद मंच अध्यक्ष ठाकुर सिंह खाती की अध्यक्षता में हुई पत्रकार वार्ता में सचिव भुवन भट्ट ने बताया कि 12 जनवरी को नगर में भव्य शोभायात्रा से उत्तरायणी कौतिक का आगाज होगा। इस दिन देश के प्रथम गांव सीमांत नीली माणा के हीरामणि अपने सांस्कृतिक दल की ओर से भोटिया लोक संस्कृति की शानदार प्रस्तुति दी जाएगी। 13 जनवरी को कुमाऊंनी गायक इंदर आर्या-ठुमक-ठुमक जब हिटती तू पहाड़ी बाटों मां…समेत कई गीतों से धमाल मचाएंगे।
इसके अलावा 14 जनवरी को कुमाऊंनी गायक गोविंद दिगारी, खुशी जोशी, 15 जनवरी को हेमा ध्यानी, 16 जनवरी को सुप्रसिद्ध गायक जितेंद्र तोमक्याल डॉ.लता तिवारी, 17 जनवरी को फौजी ललित मोहन जोशी, बेबी प्रियंका समेत विभिन्न स्थानीय कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे।
कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान मंच की ओर से 12 जनवरी से होने वाले क्षेत्र के सुप्रसिद्ध उत्तरायणी कौतिक के मंच पर सोशल मीडिया में ट्रेंड कर रहे कुमाऊनी गीत-ठुमक-ठुमक जब हिटती तू पहाड़ी बाटों मां फेम सिंगर इंदर आर्य 13 जनवरी को खटीमा पहुंच कौतिक मेले में धमाल मचाने आ रहे है। इसके अलावा उत्तराखंड के जाने-माने कलाकार भी मंच पर अपनी गायिकी का जलवा बिखेंगे,जबकि पूरे उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से खटीमा पहुंचने जा रहे सांस्कृतिक दल भी अपनी प्रस्तुति से लोगों को झूमने पर मजबूर करेंगे।
कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान मंच सचिव भुवन भट्ट व मीडिया प्रभारी राजू मिताड़ी के अनुसार कौतिक मेले में इस बार का मुख्य आकर्षण भोटिया व जौनसार समाज के पारंपरिक लोकगीत होंगे।जबकि 15 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन विशाल खिचड़ी भंडारे का भी संस्था द्वारा आयोजन किया जाएगा, लक्की ड्रा से अर्जित आय से नेत्र चिकित्सा शिविर लगाया जाएगा। लक्की-ड्रा का परिणाम अंतिम दिवस पर घोषित किया जाएगा।
इस दौरान सचिव भट्ट ने आय-व्यय का ब्यौरा रखा। वहीं कौतिक में बच्चों के झूले, मिकी माउस, स्वादिष्ट व्यंजनों, व्यवसायिक स्टॉल आदि लगेंगे।