

चारुबेटा (उत्तराखंड) – राजकीय प्राथमिक विद्यालय, चारुबेटा की कक्षा चार में पढ़ने वाली 10 वर्षीय सानिया ने साहस और दया की मिसाल पेश करते हुए एक नन्ही मैना को मौत के मुँह से बचा लिया।
घटना उस समय की है जब सानिया ने खिड़की से एक खुले पानी भरे टैंक में फँसी और फड़फड़ाती मैना को देखा। वह कई कोशिशों के बावजूद बाहर नहीं निकल पा रही थी और न जाने कब से इस मुसीबत में फँसी हुई थी।
सानिया बिना समय गँवाए टैंक की ओर दौड़ी, लेकिन वहाँ एक और बड़ा ख़तरा मौजूद था — बरसात से भीगा हुआ बिजली का तार, जिसका प्लास्टिक कई जगह से छिल चुका था और अंदर का करंट वाला तार खुला हुआ नज़र आ रहा था। ज़रा-सी लापरवाही उसके लिए जानलेवा साबित हो सकती थी। लेकिन ख़तरे को नज़रअंदाज़ करते हुए, सानिया टैंक पर चढ़ी और सावधानी से मैना को पानी से बाहर निकाल लिया। इस बहादुरी से उसने नन्ही चिड़िया को जीवनदान दे दिया।
सानिया के इस साहसिक और संवेदनशील कार्य की गाँव और विद्यालय में जमकर प्रशंसा हो रही है। उसका यह कदम इस बात का संदेश देता है कि जीव-जंतुओं की मदद करना और उनकी रक्षा करना हम सभी का परम कर्तव्य है।