खटीमा(उधम सिंह नगर)- नैनीताल लोकसभा के सांसद अजय भट्ट से उनके संसदीय क्षेत्र खटीमा के राज्य आंदोलनकारियों ने 10% क्षेतिज आरक्षण के बिल को राजभवन से स्वीकृत करने की अपील की है।उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने रक्षा राज्य मंत्री भारत सरकार व नैनीताल- उधम सिंह नगर सांसद अजय भट्ट को पत्र भेजकर 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण संबंध में कहा है की पिछले कुछ दिनों पूर्व सर्व सम्मति से राज्य कैबिनेट से पारित 10 %क्षैतिज आरक्षण विधेयक जो कि पिछले एक माह से राजभवन में स्वीकृति हेतु लंबित पड़ा है, उसे अविलंब राजभवन से स्वीकृत कराने हेतु प्रयास करे।जिससे उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को इस विधेयक के स्वीकृत होने के उपरांत इसका लाभ मिल सके।
राज्य आंदोलनकारियों ने सांसद भट्ट को पत्र के माध्यम से बताया की राज्य के पन्द्रह हजार राज्य आंदोलनकारी परिवार तथा उनके आश्रित पिछले 10 वर्षों से दस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण को कानूनी अमली जामा पहनाने की मांग करते आ रहे हैं, जिस हेतु प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आंदोलनकारियों की पीड़ा पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए विधान सभा से बहुमत के साथ बिल को पारित करवा कर स्वीकृति हेतु राजभवन भेजा है,आंदोलनकारी कोटे में पूर्व से ही सेवारत करीब 2 हजार लोगो की सेवा पर जहां एक ओर माननीय उच्च न्यायालय के प्रतिकूल निर्णय का खतरा मंडरा रहा है वहीं दूसरी ओर सैकड़ो राज्य आंदोलनकारी नियुक्ति के इंतजार में अटके पड़े हैं तथा हजारों राज्य आंदोलकारी परिवार बिल को क़ानूनी रूप न दिए जाने के कारण प्रदेश स्तर पर आरक्षण का लाभ प्राप्त करने से वंचित हैं।
इसलिए नैनीताल लोकसभा के समस्त राज्य आंदोलनकारी चाहते है की सांसद के रूप में आप अपने राजनीतिक धर्म का निर्वहन करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा जनहित में पारित 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण विधेयक को राजभवन से अतिशीघ्र स्वीकृति दिलवाने हेतु अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर राज्,य आंदोलनकारियों को न्याय दिलवाने की कृपा करेंगे। ताकि प्रदेश के हजारों उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी को इस विधायक के पारित होने के बाद इसका लाभ मिल पाएगा।
नैनीताल सांसद अजय भट्ट से अपील करने वाले संसदीय क्षेत्र के उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारियों में वरिष्ट राज्य आंदोलनकारी रिटायर्ड कैप्टन शेर सिंह दिगारी,प्रकाश तिवारी,भैरव दत्त पांडे,भगवान जोशी,हरीश जोशी,सुरेंद्र बिष्ट,मनोज जोशी,आलोक गोयल,प्रकाश चंद,सर्वेश पाठक धर्मेंद्र चंद शामिल रहे।