खटीमा(उत्तराखंड) – यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रही खटीमा की बेटी मिताली बिष्ट ने बेबाक उत्तराखंड संपादक दीपक फुलेरा से वीडियो कॉल के माध्यम से वार्ता कर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी व पीएम मोदी से सुरक्षित वतन वापसी की गुहार लगाई है।खटीमा के अमाउं निवासी व्यवसायी गोविंद बिष्ट की बेटी मिताली के परिजन जहां यूक्रेन में युद्ध के हालातों पर बेहद चिंतित है।वही अपने बच्चो की यूक्रेन में सुरक्षा को लेकर भारत सरकार के प्रयासों पर टकटकी लगाए बैठे है।
यूक्रेन में युद्ध के हालातों के बीच जहां उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की खटीमा विधानसभा के चार मेडिकल छात्र व एक मेडिकल छात्रा यूक्रेन में फंसे हुए है।वही खटीमा के अमाउं निवासी फनीर्चर व्यवसायी गोविंद बिष्ट की 19 वर्षीय बेटी मिताली भी वर्तमान में यूक्रेन में मौजूद है।मिताली जहां यूक्रेन के बोलतावा शहर में रहकर mbbs के प्रथम सेमिस्टर की छात्रा है।वही रूस व यूक्रेन के बीच उपजे युद्ध के हालातों के बीच लगभग 600 भारतीय मेडिकल छात्र छात्राओं के साथ यूक्रेन में फंसी हुई है।मिताली के खटीमा स्थित परिजन जंहा मिताली की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है वही यूक्रेन से वीडियो कॉल के माध्यम से मिताली ने बेबाक उत्तराखंड संपादक दीपक फुलेरा से बात कर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी व पीएम नरेंद्र मोदी से जल्द से जल्द वतन वापसी की गुहार लगाई है।इसके साथ ही समय गुजरने के साथ ही हालातो के बिगड़ने पर चिंता व्यक्त की है।
जबकि मिताली के खटीमा स्थित परिजन जहां मिताली की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है।वही मिताली से समय समय पर वीडियो कॉल के माध्यम से उसकी कुशल क्षेम ले रहे है।इसके अलावा मिताली का पूरा परिवार टीवी के आगे बैठ न्यूज चैनलों के माध्यम से यूक्रेन रूस युद्ध के वर्तमान हालातों पर नजर बनाए हुए है।अपनी बेटी की चिंता में डूबे मिताली के परिजनों ने भी सरकार से बेटी के सकुशल जल्द से जल्द वतन वापसी की गुहार लगाई है।
बहरहाल यूक्रेन के युद्ध के हालातों के बीच खटीमा के बेटी ने अपने मुख्यमंत्री व विधायक पुष्कर सिंह धामी व देश के पीएम मोदी से जल्द सुरक्षित वतन वापसी की गुहार लगाई है।वही समय गुजरने के साथ भोजन पानी सहित सुरक्षा सम्बंधित अन्य विषयों पर भी चिंता व्यक्त की है। अब देखना होगा कि खटीमा की बेटी मिताली सहित उत्तराखंड के यूक्रेन में फंसे सेकडो मेडिकल छात्रों को आखिरकार कब तक सरकार वतन वापसी करा पाती है।