जानिए डेढ़ साल के भीतर एक बार फिर टनकपुर से दूसरी बार आखिर क्यों उल्टी दौड़ी ट्रेन, किस ट्रेन ने 22 किलोमीटर का उल्टा किया सफर,देखिए पूरा वीडियो

Advertisement
ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

खटीमा(उधम सिंह नगर)- दिल्ली से टनकपुर वापस आ रही जनशताब्दी ट्रेन टनकपुर पहुचने से पहले ही किसी जानवर से दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद अनियंत्रित हो खटीमा की और उलटा दौड़ने लगी।ट्रेन के अचानक उलटा दौड़ने की खबर लगते ही ट्रेन में सवार यात्रीओ की सांसें थम सी गई।जानवर के टकराने से ट्रेन में आई तकनीकी दिक्कत की वजह से पूर्णागिरि जनशताब्दी एक्सप्रेस टनकपुर से लगभग 22 किलोमीटर दूर खटीमा के नदन्ना नहर पुल के पास रुक पाई।

Advertisement
Advertisement

इस पूरे घटना क्रम का वीडियो वायरल होने के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।, रेल में सवार रेल कर्मियों से मिली जानकारी के अनुसार गाड़ी के टनकपुर के पास जानवर से दुर्घटना ग्रस्त होने के बाद गाड़ी के ब्रेक्स में आई तकनीकी दिक्कत के बाद ट्रेन के ब्रेक ने काम करना बंद कर दिया था। जिस वजह से गाड़ी खटीमा की तरफ ढलान होने के वजह वापस विपरीत दिशा में दौड़ने लगी।रेल इंजन ड्राइवर के लाख प्रयास के बावजूद अनियंत्रित रेल पटरियों पर तेज गति से लगातार विपरीत दिशा में दौड़ती रही। जो आखिरकार खटीमा पहुचने से पहले गोसिकुवां क्षेत्र के पास आकर रुक गई।

Advertisement

ट्रेन के रुकने के बाद जहां ट्रेन में सवार चालीस से पचास यात्रियों ने राहत की सांस ली।वही ट्रेन के रुकते ही सभी यात्री सुरक्षित ट्रेन से नीचे सुरक्षित उतर आए।वही ट्रेन से उतरे सभी यात्रियों को रेल विभाग द्वारा बसों से अपने गंतव्य स्थल को रवाना कर दिया गया।पूर्णागिरि जनशताब्दी एक्सप्रेस में जहां दो एसी सहित कुल दस कोच थे।वही ट्रेन में सवार यात्रियों ने ट्रेन के उलटा दौड़ते समय के मंजर को अपने जीवन का सबसे खतनाक पल बताया।साथ ही माँ पूर्णागिरि के आशीर्वाद से सभी यात्रियों के शकुशल बचने की बात भी कही।

यह भी पढ़ें 👉  केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 182 करोड़ की चार परियोजनाओं का संयुक्त रूप से किया शिलान्यास,

वही हम आपको बता दे कि इससे पूर्व 2018-19 के दौरान जब टनकपुर-पीलीभीत रेलवे ट्रैक को बड़ी लाइन में बदलने का कार्य हो रहा था उस समय भी मालगाड़ी के डिब्बे अनियंत्रित तो टनकपुर से विपरीत दिशा में दौड़ते हुए खटीमा तक पहुच गए थे। जिनको खटीमा रेलवे स्टेशन में बमुश्किल रेलवे कर्मचारियों द्वारा होल्डअप कर रोका गया था। जहा इस तरह की घटनाएं रेल सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रश्न खड़े कर रही है वही दूसरी तरफ रेलवे के उच्चाधिकारी अब इस पूरे प्रकरण की जांच की बात कर रहे है।साथ ही डीआरएम स्तर से इस मामले में जांच बैठा दी गई है।कि आख़िरकार यह पूरा घटनाक्रम आखिर कैसे हुआ।

यह भी पढ़ें 👉  केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरूकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय हरिद्वार के 113 वें दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में किया प्रतिभाग,प्रदेश वासियों को दी नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं

Advertisement
Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *