खटीमा(उत्तराखंड)- पूरी दुनिया सहित भारत में काम करने वाली सामाजिक संस्था लायंस क्लब ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड के गौरव को बड़ाने का काम किया है।ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में 21 से 25 जून, 2024 तक आयोजित 106वें लायंस इंटरनेशनल कन्वेंशन ने दुनिया भर के लायंस और लियो क्लब के बीच उत्तराखंड की टोपी को अंतर्राष्ट्रीय फलक पर ले जाने का काम किया है। इस कन्वेंशन में 210 से ज़्यादा दुनिया भर के देशों की मेलबॉर्न में आयोजित परेड में भारत से पहुंचे लायंस प्रतिनिधियों ने उत्तराखंड की टोपी को पहन परेड में हिस्सा लिया।जो की इस अंतराष्ट्रीय स्तर के प्रोगाम में आकर्षण का केंद्र रही।
लायंस संगठन ने अपने बेहतरीन प्रयासों से उत्तराखंड की संस्कृति को प्रदर्शित करती उत्तराखंडी टोपी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अपने प्रोग्राम के लिए चयनित किया गया।जिसका आइडिया उत्तराखंड के लायंस क्लब पदाधिकारियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों को उत्तराखंडी टोपी भेंट करने के उपरांत राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारियों द्वारा मेलबॉर्न इंटरनेशनल
कन्वेंशन में उत्तराखंडी टोपी को सभी पदाधिकारियों द्वारा पहनने के निर्णय के साथ हुआ।
हम आपको बता दे की इंटरनेशनल कन्वेंशन लायंस वर्ष का सबसे बड़ा आयोजन है, जो पिछली उपलब्धियों, मौजूदा प्रयासों और भविष्य की आकांक्षाओं पर चिंतन करने का एक बेजोड़ अवसर प्रदान करता है।
लायंस इंटरनेशनल की एक प्रसिद्ध परंपरा, राष्ट्रों की परेड, सम्मेलन का एक जीवंत और रंगीन आकर्षण था। हजारों लायंस और लियोस ने मेलबर्न की सड़कों पर पारंपरिक पोशाक में अपने देशों का गर्व से प्रतिनिधित्व करते हुए मार्च किया। इस परेड ने न केवल लायंस समुदाय की सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाया, बल्कि संगठन को परिभाषित करने वाली एकता और गौरव को भी प्रदर्शित किया।जिसमे भारत से इस परेड का हिस्सा बने लायंस प्रतिनिधियों ने उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी धारण कर उत्तराखंड का अंतराष्ट्रीय स्तर पर गौरव बड़ाने का काम किया।
इस अंतराष्ट्रीय आयोजन में भारत से, 10 मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट्स ने सम्मेलन में भाग लिया। उल्लेखनीय रूप से, उत्तरी भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट 321 ने राष्ट्रों की परेड में भाग लिया। इस मल्टीपल डिस्ट्रिक्ट के प्रतिभागियों ने पारंपरिक उत्तराखंडी टोपी पहनी थी, जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक अद्वितीय सांस्कृतिक तत्व लेकर आई। इस टोपी को उपलब्ध कराने में लायंस खटीमा के पदाधिकारियों द्वारा मुम्बई में उपलब्ध करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई थी।जिसके उपरांत ही इस तरह के एक महत्वपूर्ण वैश्विक आयोजन में उत्तराखंडी टोपी की उपस्थिति ने क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर किया और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में भारतीय लायंस के विविध योगदान को रेखांकित किया। जितेंद्र सिंह चौहान , इंटरनेशनल डायरेक्टर ,व उनकी पत्नी बबीता चौहान , विनय मित्तल , डॉ क्षितिज शर्मा , जे पी सिंह , मुकेश जैन , मनोज रूहेला इत्यादि सहित हिन्दुस्तान के सेकड़ों लायंस बंधु इस सम्मलेन में भाग ले रहे हैं ।
106वाँ लायंस इंटरनेशनल कन्वेंशन न केवल पिछली उपलब्धियों का जश्न मनाने का एक मंच था, बल्कि भविष्य की दिशाओं की कल्पना करने का एक मंच भी था। सम्मेलन के सत्र और चर्चाएँ लायंस की सेवा परियोजनाओं के प्रभाव को बढ़ाने, वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने और वैश्विक मुद्दों को संबोधित करने के लिए नवाचार का लाभ उठाने पर केंद्रित थीं।
मेलबर्न में लायंस इंटरनेशनल कन्वेंशन ने संगठन के वैश्विक प्रभाव और सकारात्मक बदलाव लाने के लिए इसके सदस्यों की साझा प्रतिबद्धता की एक शक्तिशाली याद दिलाई। 210 से अधिक देशों की भागीदारी, प्रेरक वक्ता और राष्ट्रों की जीवंत परेड ने सामूहिक रूप से समर्पण और उद्देश्य के साथ मानवता की सेवा करने के लायंस के मिशन को मजबूत किया। जैसा कि लायंस भविष्य की ओर देख रहे हैं, सम्मेलन ने ऊर्जा और दिशा की एक नई भावना प्रदान की, तथा इस बात पर बल दिया कि सेवा की यात्रा निरंतर और हमेशा विकसित होती रहती है। यह उल्लेखनीय है कि लायंस इंटरनेशनल के पास संयुक्त राष्ट्र में एक स्थायी सीट है, जिसमें एक लायंस सदस्य स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है।