लोहाघाट(उत्तराखंड)- राजकीय पीजी कॉलेज में हिंदी विभाग द्वारा राष्ट्रभाषा हिंदी के व्यापक प्रचार व प्रसार करने के उद्देश्य से कॉलेज में कार्यक्रम आयोजित कर उपस्थित लोगों ने हिंदी भाषा को पूरा मान और सम्मान दिलाने के लिए जी जान से कार्य करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ प्राचार्य संगीता गुप्ता ने हिंदी भाषा के विराट स्वरूप का उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्र को जोड़ने वाली है भाषा अब विश्व की तीसरी भाषा बन चुकी है। उन्होंने इस भाषा को फलने फूलने का प्रधानमंत्री के रूप में मोदी जी ने जो प्रयास किए है। उन्हें हिंदी जगत कभी नहीं भूल सकता है।
डॉ गुप्ता ने कहा समय बड़ा बलवान होता है। जो हिंदी अपने ही देश में अपने लोगों द्वारा अपेक्षित की जा रही थी। अब न्यायालय से भी हिंदी को राष्ट्रभाषा बनाने के स्वर निकलने लगे हैं। यह हिंदी के विकास के लिए अब स्वर्णिम युग शुरू हो गया है। हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ दिनेश राम ने विभाग की ओर से प्राचार्य का स्वागत करते हुए कहा कि आज हमें इस बात पर गर्व होता जा रहा है।हिंदी को अपने ही देश में नहीं बल्कि विश्व में इसका परचम लहराने के प्रयास किए जाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपनी मातृभाषा हिंदी पर गर्व होना चाहिए।
इस अवसर पर हिंदी विभाग की ओर से कविता पाठ एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें छात्र-छात्राओं ने हिंदी विषय की गरिमा व गौरव को अपने व्याख्यानों से उद्घाटित करते हुए इस भाषा की शक्ति व समर्थ का एहसास कराया।
कविता प्रतियोगिता में मयंक भट्ट, प्रियंका चंद, हिमांशु ओली तथा भाषण प्रतियोगिता में मुकेश कुमार, हिमांशु ओली एवं ज्योति राय पहले दूसरे व तीसरे स्थान पर रहे।जबकि दीपांशु जोशी एवं गोकुल कुमार सांत्वना पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ वंदना चंद ने किया। निर्णायक के रूप में डॉ भीम कुमार, डॉ भूप सिंह धामी, डॉ सरोज यादव,अनीता टम्टा ने सहयोग किया। इस मौके पर डॉ प्रकाश लखेरा बी एड विभागाध्यक्ष डॉ ए के द्विवेदी, डॉ अर्चना त्रिपाठी,डॉ रामधन नौटियाल, डॉ दीपक जोशी,डॉ सरोज यादव, डॉ स्वाति जोशी,चंद्र जोशी मीना मेहता सुनील राय आदि लोग भी मौजूद थे