लोहाघाट: पति को खोने से निराश मीना बिनवाल के लिए मजबूत सहारा बनकर आए प्रकाश गोस्वामी,प्रकाश ने मीना की पचास हजार की सहायता कर दी बड़ी आर्थिक सहायता

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लोहाघाट(चंपावत)- पति की बीमारी के बाद बिनवाल गांव की चंद्रशेखर बिनवाल की पत्नी मीना बिनवाल ऐसी अभागी महिला है जिनका न पति रहा, न खा न खाकर बचाया वैसा ही रहा। तीन छोटे बच्चों के पालन पोषण का भार उठा रही मीना को उस समय बड़ा सहारा मिल गया जब यूट्यूबर पहाड़ी, प्रकाश गोस्वामी उसकी मदद करने उसके घर पहुंच गए तथा उन्होंने इस बेसहारा महिला को पचास हजार की नगद सहायता देने के साथ बच्चों की परवरिश, पढ़ाई लिखाई में भी सहयोग करने का भरोसा दिलाया।

प्रकाश गोस्वामी धरसौ के पूर्व ग्राम प्रधान शेरनाथ गोस्वामी के सुपुत्र हैं। उनकी माता भवंति गोस्वामी भी पूर्व बीडीसी सदस्य रह चुकी है। इनका तेईस वर्षीय बेटा प्रकाश मानवीय गुणों एवं संवेदनाओं से इतना भरा हुआ है कि इसने यूट्यूबर पहाड़ी से अर्जित धनराशि से गरीबों का सहारा बनकर उनकी दुआएं बटोरने का बीणा उठाया है। क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी खीमानंद बिनवाल का कहना है की छोटी सी आयु से ही प्रकाश में गरीबों की सेवा का जो जुनून सवार है,उसे देखते हुए सोशल मीडिया में उसे चाहने वालों की लंबी कतार लगती जा रही है। प्रकाश इससे पूर्व आधा दर्जन से अधिक लोगों के मददगार बन चुके हैं।

प्रकाश की सह्रदयता के आए दिनो लधियाघाटी क्षेत्र में खूब चर्चाएं एवं उन्हें दुआएं मिल रही है।फिलहाल प्रकाश ने मीना बिनवाल को पचास हजार की आर्थिक सहायता कर अपने आमजन के लिए किए जा रहे प्रयासों को फिर जग जाहिर किया है।जिसकी आमजन अब भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे है।

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Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

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