लोहाघाट: सैन्य अधिकारी बनने के लिए ज्योति बिष्ट की एनसीसी ने की राह आसान,ज्योति के कारण सेना में ऑफिसर बनने की एनसीसी कैडेटों को मिली नई प्रेरणा

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

लोहाघाट(चंपावत)- कहते हैं जब पढ़ाई के साथ कोई छात्र जीवन का लक्ष्य सुनिश्चित कर अपने को तैयार करता है, तो सफलता भी उसके साथ कदमताल कर उसका भविष्य संवार देती है। लेफ्टिनेंट के रूप में भारतीय सेना का हिस्सा बनी ज्योति बिष्ट के इन्हीं इरादों ने उसे मुकाम तक पहुंचाया है। नैनीताल बैंक के विशेष सहायक राम सिंह बिष्ट की होनहार बेटी ज्योति की दसवीं तक की शिक्षा स्थानीय मल्लिकार्जुन विद्यालय,12वीं तक की शिक्षा स्थानीय केंद्रीय विद्यालय से 97.44 फीसदी अंकों के साथ होने के साथ ही वह चंपावत जिले की टॉपर रही है। खेल के क्षेत्र में भी ज्योति ने अपनी सफलता का परचम लहराया है।

अंतरराष्ट्रीय कराटे खिलाड़ी के रूप में इन्होंने नेपाल, यूएई एवं बांग्लादेश में शानदार प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल हासिल किया। डीयू के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। इसी कॉलेज की एनसीसी सीनियर अंडर ऑफिसर रही ज्योति को सीधे एसएसबी की परीक्षा का अवसर मिला, जहां से इनके लिए सीडीएस के द्वारा खुल गए तथा चेन्नई स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी ओटीए प्रशिक्षण लेने के बाद सैन्य अधिकारी बन गई हैं। ज्योति की माता माधवी बिष्ट का कहना है कि उनकी बेटी ने सैन्य अधिकारी बनने का पहले से ही इरादा बनाया हुआ था। बेटी के सैन्य अधिकारी बनने पर माधवी कहती हैं कि एक सैनिक के रूप में देश सेवा करने का अवसर भगवान भाग्यवानों को ही देते हैं। ज्योति अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता एवं अपने गुरुजनों को देती हैं। ज्योति के पिता राम सिंह बिष्ट मूल रूप से दन्या अल्मोड़ा निवासी है वर्तमान में लोहाघाट नैनीताल बैंक में सेवारत हैं।

एनसीसी सी सर्टिफिकेट सेवा में भर्ती होने का आसान रास्ता

यह भी पढ़ें 👉  खटीमा: हाथों में बेड़ियां और पैरों में जंजीर बांधकर कांग्रेसियों ने किया ट्रंप और मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन,भारत के गौरवशाली इतिहास को शर्मसार करने वाली घटना- बॉबी राठौर

राजकीय पीजी कॉलेज के एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ कमलेश शक्टा का कहना है कि एनसीसी का सी सर्टिफिकेट सेना में भर्ती होने का आसान तरीका है। सी सर्टिफिकेट प्राप्त करने से पूर्व ही सभी सैन्य मानक पूरे कर लिए जाते हैं। नागरिक सेवाओं में भी बी सर्टिफिकेट पर 10 तथा सी पर 20 अंकों का अतिरिक्त लाभ मिलता है।

यह भी पढ़ें 👉  बनबसा: सशस्त्र सीमा बल ने पशु तस्करी रोकने में हासिल की बड़ी सफलता, गड़ीगोठ चेकपोस्ट पर विशेष अभियान के तहत कार्यवाही,पशु तस्करी का प्रयास विफल
एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ कमलेश शक्टा

ज्योति की तरह सैन्य अधिकारी बनना चाहती है प्रियांशी।

राजकीय पीजी कॉलेज की एनसीसी की अंडर ऑफिसर प्रियांशी का कहना है कि ज्योति ने हमारे लिए सैन्य अधिकारी बनने का रास्ता आसान बना दिया है। ज्योति के चयन से अब एनसीसी का महत्व छात्र-छात्राओं की समझ में आ गया है।

यह भी पढ़ें 👉  बनबसा: सशस्त्र सीमा बल ने पशु तस्करी रोकने में हासिल की बड़ी सफलता, गड़ीगोठ चेकपोस्ट पर विशेष अभियान के तहत कार्यवाही,पशु तस्करी का प्रयास विफल
राजकीय पीजी कॉलेज लोहाघाट एनसीसी की अंडर ऑफिसर प्रियांशी

ज्योति का किया जाएगा नागरिक अभिनंदन।

प्रतिभाओं को सम्मानित कर उन्हें लगातार आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करते आ रहे नगर पालिका के अध्यक्ष गोविंद वर्मा का कहना है कि ज्योति के सैन्य अधिकारी बनकर लोहाघाट आने पर उनका नागरिक अभिनंदन किया जाएगा।

Ad Ad Ad

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles