टनकपुर(उत्तराखंड)- सशस्त्र सीमा बल रानीखेत फ्रंटियर के महाकाली रीवर राफ्टिंग के चार दिवसीय अभियान का रविवार की शाम को टनकपुर में समापन हुआ हो गया। अभियान का शुभारम्भ 23 फरवरी को जौलजीवी में जहां सशस्त्र सीमा बल द्वारा किया गया था।वही चार दिन बाद रविवार को टनकपुर में आज विधिवत समापन हो गया। दोपहर लगभग तीन बजे सशस्त्र सीमा बल का
43 सदस्यीय राफ्टिंग टीम का टनकपुर शारदा घाट पहुंचने पर एसएसबी के कमांडेंट अनिल कुमार नेहरा सहित अन्य अधिकारियों द्वारा माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत किया गया, उसके पश्चात् स्टेडियम में शाम सात बजे तक सम्मान समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, निःशुल्क चिकित्सा शिविर के साथ समारोह का समापन डॉ परेश सक्सेना महानिरीक्षक सशस्त्र सीमा बल नई दिल्ली के मुख्य आतिथ्य में किया गया l महाकाली रीवर राफ्टिंग अभियान का नेतृत्व कमांडेंट राजेश ठाकुर ने किया ।
राफ्टिंग अभियान के समापन पर कमांडेंट राजेश ठाकुर ने बताया की अभियान का उद्देश्य समाज में आपदा की तैयारी और अन्य प्रासंगिक मुद्दों के बारे में जनता को जागरूक करना है। अभियान के दौरान प्रतिभागियों ने वाटरक्राफ्ट का उपयोग करके नदियों को नेविगेट करने के लिए आवश्यक कौशल सीखा। जिससे शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की चुनौतियों पर काम करने के अवसर मिले। इस अभ्यास में जौलजीवी से बूम तक नो-मैन्स लैंड की जी.पी.एस. से मैपिंग भी करायी गयी ।
समापन के दौरान डॉक्टर परेश सक्सेना ने भारत नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता के बारे में बताया ताकि सीमा पर तस्करी और सीमा के माध्यम से तीसरे राष्ट्र के नागरिकों की अवैध गतिविधियों को सीमा पर रोका जा सके। इस अवसर पर सशस्त्र सीमा बल के अधिकारी वह जवान उपस्थित रहे।