टनकपुर (चंपावत)- टनकपुर के मनिहारगोठ बिचई इलाके में ग्रामीणों द्वारा शुक्रवार से शुरू हुआ खनन भण्डारण का विरोध जारी रहा। स्थानीय लोग खनन भण्डारण को हटाने की मांग को लेकर स्टॉक के सामने ही बैठ कर विरोध शुरू को जारी रखे हुए हैं l जिसके चलते हाइवे में वाहनों की लम्बी लम्बी कतारे लग गयी। क्योंकि स्थानीय ग्रामीण खनन वाहनों को भंडारण स्थल पर उतरने नही दे रहे है।
हालाकि मौके पर पुलिस व प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाने का लाख प्रयास किया लेकिन वो अपनी मांग से टस से मस नहीं हुए l बीती देर रात तक ग्रामीण अपना विरोध जारी रखे रहे।वही शनिवार को भी ग्रामीणों का खनन भंडारण को लेकर विरोध जारी है।
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों के अनुसार रात दिन लोडिंग अनलोडिंग से स्थानीय लोगो का सुख चैन बर्बाद हो गया हैं l शोरगुल से बुजुर्गो को बहरापन होने लगा हैं, धूल से सांस की बीमारिया होने लगी हैं l मकानों में दरारे पड़ने लगी हैं l उन्होंने कहा अब तो कोरोना महामारी के बजाय धूल से डर लगने लगा हैं।
वही खनन भंडारण का विरोध करने वालो में लक्ष्मी बोहरा, कमला देवी, नेहा विष्ट, प्रेमा पंत, आशा विष्ट, शीला मोनी, कमला ज्याल, भावना विष्ट, सतीश ज्याल, सुरेश मोनी, हरीश विष्ट, दीपक भंडारी सहित तमाम ग्रामीण मौजूद रहे। वही प्रदर्शनकारियों से खनन व्यवसायियों के सुलह के प्रयास जारी है। लेकिन ग्रामीण आबादी क्षेत्र में खनन भंडारण का लगातार विरोध कर रहे हैं।