खटीमा नागरिक अस्पताल में आशा हेल्थ वर्कर्स का आंदोलन 29 वे दिन भी रहा जारी,रविवार को आशा संगठन ब्लॉक अध्यक्ष के धरना खत्म करने फैसले को आशाओं ने नकारा

ख़बर शेयर कर सपोर्ट करें

खटीमा(उत्तराखण्ड)- उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा में अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आशा हेल्थ वर्कर्स का आंदोलन 29वे दिन भी जारी रहा।हालांकि एक दिन पहले रविवार को जरूर सीएम की धर्मपत्नी व स्थानीय प्रशासन से आशाओं की ब्लॉक अध्यक्ष केशवी देवी ने वार्ता के बाद मिले आश्वाशन के आधार पर आशाओं द्वारा अपने आंदोलन को समाप्त करने का फैसला लिया था।लेकिन आशाओं के प्रदेश स्तर पर चल रहे 12 सूत्रीय मांगों को लेकर इस आंदोलन के खटीमा में समाप्त होने की खबर के बाद आशाओं के जिला स्तर संगठन के पदाधिकारियो के हरकत में आने से एक बार फिर सोमवार को नागरिक अस्पताल में आशाओं ने लौट कर धरना प्रदर्शन फिर शुरू कर दिया।

यह भी पढ़ें 👉  चंपावत: गुमदेश क्षेत्र का प्रसिद्ध तीन दिवसीय चैतोला मेला हुआ शुरू,प्रथम दिन पारंपरिक पोशाक में जत्थौं में आए गांव के लोगों ने बारी-बारी से सिंहासन डोले को पहुंचाया मडगांव

इस दौरान आशाओं ने जिलाध्यक्ष आशा संगठन ममता पानू के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन कर अपनी मांगों को सरकार के समक्ष मजबूती के साथ रखा।लेकिन सोमवार को हुए इस धरने में ब्लॉक अध्यक्ष आशा वर्कर्स संगठन केसवी देवी व उनकी कुछ समर्थक आशाएं शामिल नही हुई।लेकिन जिले से आई आशा संगठन पदाधिकारियो के नेतृत्व में आशाओं ने जोरदार प्रदर्शन कर सरकार से जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा करने की मांग की है।

आशा हेल्थ वर्कर संगठन की जिलाध्यक्ष ममता पानू ने कहा कि कई मुख्यमंत्री व सरकारों के आश्वाशन को वह लोग सुन चुके है।लेकिन वह अब अपनी मांगों के पूरा होने तक नही मानने वाली है।जब तक सरकार उनका मानदेय फिक्स नही करती वह पीछे नही हटेंगी।आंदोलन को समाप्त करने का सवाल ही पैदा नही होता लेकिन अगर सरकार उनके मानदेय को फिक्स कर देती है तो जरूर वह काम मे लौट सकती है।लेकिन मांगे ना माने जाने तक उनका आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अपने गृह क्षेत्र खटीमा के नगरा तराई बूथ पर किया मतदान,आमजन के साथ लाइन पर लग सपरिवार किया मताधिकार का प्रयोग,

हालांकि एक दिन पहले ही आशाओं की ब्लॉक अध्यक्ष केसवी देवी से सीएम की धर्मपत्नी व प्रशासन की हुई वार्ता के बाद लिखित आश्वाशन पर केसवी देवी ने आशाओं के धरने को खटीमा में समाप्त करने का फैसला ले लिया था।लेकिन प्रदेश स्तर पर चल रहे आंदोलन को बरकरार रखने हेतु आशाओं की जिलाध्यक्ष ममता पानू ने खटीमा नागरिक अस्पताल में आशाओं के धरना प्रदर्शन को एक बार फिर शुरू किए जाने के बाद आशाओं के दो गुटों में बंटने की स्थिति जरूर सामने आ गई है।आशा संगठन केसवी देवी व समर्थक आशाओं के आंदोलन से अलग होने के बावजूद भी आशाओं का आंदोलन 29 वे दिन भी अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर अनवरत जारी रहा।

यह भी पढ़ें 👉  चंपावत: आजादी के बाद ऐसा पहला लोकसभा चुनाव जहां सियासी दल सुस्त आमजन खामोश लेकीन जिला प्रशासन दिख रहा चुस्त,आरोप प्रत्यारोप की प्रशासन को नहीं मिली कोई शिकायत

वही प्रदर्शनकारी आशाओं में जिलाध्यक्ष आशा संगठन ममता पानू, जिला महासचिव कुलविंदर कौर,ज्योति भट्ट,नंद कापड़ी,मीरा विश्वास,ममता चंद,जानकी देवी,चन्द्र कला भट्ट,सुनीता देवी,नीलम,पार्वती,कमला चंद,शकुंतला, कमला गैंडा,गुरमीत कौर, सहित दर्जनों आशाएं शामिल रही।

Deepak Fulera

देवभूमि उत्तराखण्ड में आप विगत 15 वर्षों से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार के रूप में कार्यरत हैं। आप अपनी पत्रकारिता में बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। सोशल प्लेटफॉर्म में जनमुद्दों पर बेबाक टिपण्णी व सक्रीयता आपकी पहचान है। मिशन पत्रकारिता आपका सर्वदा उद्देश्य रहा है।

Related Articles