रुद्रपुर(उधम सिंह नगर)- उधम सिंह नगर जिले में पिछले कुछ दिनों से दरोगा संदीप पिलख्वाल व सिख युवक प्रकरण मामले में माहौल गरमाया हुआ है।हालाकि एसएसपी मणिकांत मिश्रा द्वारा उक्त मामले में दरोगा पिलख्वाल को लाइन हाजिर कर दिया गया है।लेकिन सिख संगठन बड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे है।वही दरोगा ने सोशल मीडिया में लगातार मिल रही धमकियों के उपरांत सुरक्षा की चिता जताई है। एसआई पिलख्वाल के अनुसार उनके द्वारा महकमे को दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। अगर मुकदमा दर्ज नहीं होता है तो वह कोर्ट का रुख कर सकते है।
इस पूरे मामले में चर्चाओ में आए दरोगा संदीप पिलख्वाल का पक्ष भी सामने आया है।उनके अनुसार सोशल मीडिया में लगातार उनसे अभद्रता व धमकियां मिल रही है।जिससे उनका परिवार तनाव में है व असुरक्षित महसूस कर रहा है।वही दरोगा संदीप ने उक्त प्रकरण में वीडियो के कुछ ही पार्ट को वायरल करने की बात कही है।उनके अनुसार युवक की पगड़ी से बेअदबगी का आरोप निराधार है।वायरल वीडियो में युवक ने उनका हाथ मोड़ा हुआ है वह भागे ना इसलिए उसका कॉलर पकड़ा गया है।
जब युवक से गाड़ी के कागज और लाइसेंस दिखाने व ना दिखाने पर गाड़ी सीज करने की बात कही गई, तो उल्टा दारोगा को ही गाली गलौच करने लगा, और नाम पता ना बताने पर स्थिति संदिग्ध लगने पर नए कानून BNSS की धारा 39, 172 और MV Act की धारा 202 के तहत चौकी ले जाया जा रहा था, इसी लिए वह हाथ छुड़ाकर भागने और सरकारी पिस्टल निकालने का प्रयास करने लगा। जिस कारण उसे रोके रहने के लिए पकड़ा रखा था। उसी समय उसने दारोगा को देखलेने और टपकाने (जान से मारने) की धमकी दी।जो वायरल वीडियो के दस सेकंड में बोली गई है।उक्त युवक के साथ दरोगा के अनुसार किसी भी तरह की मारपीट नही की गई।गाड़ी की आरसी डीएल आदि ना दिखाने पर गाड़ी सीज ना हो इसलिए यह सब विवाद युवक द्वारा किया गया।मेरे द्वारा अपनी ड्यूटी का निर्वाहन किया गया है।जिसकी सम्पूर्ण जानकारी अधिकारियों को दी गई है।कुछ स्थानीय राजनीतिक लोगो द्वारा इस प्रकरण को धार्मिक रंग दे राजनीति की जा रही है। एसआई पुलख्वाल ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा की भविष्य में ऐसे परिस्थिति में कोई सरकारी कर्मचारी अपनी ड्यूटी का निर्वाहन नही कर पायेगा।सरकारी कार्मिकों पर बेवजह के आरोप लगते रहेंगे।
वही एसआई संदीप पिलख्वाल के अनुसार चौकी इंचार्ज का चार्ज लेने के बाद उनके द्वारा मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत बिना हेलमेट, ट्रिपल राइडिंग, बिना कागजातो में अभी तक कम से कम 55 चालान की कार्यवाही की गई है, जिन्हे छुड़वाने के लिए काफी जनप्रतिनिधियों के द्वारा दबाव डालने का प्रयास किया गया था, किन्तु उनके द्वारा उस समय कोई सिफारिस नहीं सुनी थी, जिस कारण अब सभी एक जुट होकर मेरे खिलाफ हो गए। एसआई के अनुसार सोशल मीडिया में उनकी छवि को गलत तरीके से परोसा जा रहा है।उनका पक्ष जानने की जहमत तक नही उठाई गई है।जिससे वह आहत है साथ ही उनका मनोबल भी गिराने का प्रयास किया जा रहा है।
वही दरोगा पिलख्वाल के अनुसार उक्त घटना क्रम के बाद उनके द्वारा पूरे मामले की जानकारी दी गई है, पूरे घटना क्रम के बारे में बताया गया है।वह हर तरह की जांच के लिए तैयार भी है।लेकिन सोशल मीडिया में मिल रही धमकियां व गलत माहौल बनाए जाने से उनका परिवार चिंतित है।उनके द्वारा उक्त मामले में विभागीय अधिकारियों को तहरीर सौंपी गई है।अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।अगर उनकी सुनवाई नहीं होती है तो मजबूरन होंगे न्यायालय का रुख करना पड़ेगा।
दरोगा संदीप पिलख्वाल द्वारा उस दिन सिख युवक से हुए विवाद के घटना क्रम की जानकारी कुछ इस प्रकार दी गई है जो इस नीचे दी जा रही है…
चौकी प्रभारी आदर्श कालौनी की नियुक्ति के दौरान दिनांक 18-09-2024 को सांयकालीन चैंकिग में चौकी हाजा के पुलिसकर्मियों के साथ चौकी क्षेत्र में पहले गाबा चौक व फिर चैन स्नैचिंग, मोबाईल झपट्टामारी व चलते वाहन से ही महिलाओं से छेड़खानी की शिकायतों के सम्बन्ध में चौकी क्षेत्र में स्थित मंगलम बर्गर के पास स्थित चौराहे पर संदिग्ध वाहनों, ट्रिपल राईडिंग, बिना नम्बर प्लेट के वाहनों व रैश ड्राईविंग करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध मोटरवाहन अधिनियम चैकिंग कर रहा था और मेरे द्वारा 4 वाहन चालकों के विरूद्ध मोटरवाहन अधिनियम में कार्यवाही की गयी, जिसमें 02 वाहन चालकों के विरूद्ध ट्रिपल राईडिंग व बिना वैध कागजात में वाहनों को सीज किया गया और 02 वाहन चालकों के बिना हैल्मट में नगद संयोजन किया गया। उक्त चालान की कार्यवाही के दौरान समय करीब 20.00 बजे चैकिंग प्वाईंट से लगभग 20 मीटर पहले ही एक ट्रिपल राईडिंग करते हुए एक मोटरसाईकिल चालक द्वारा वाहन को रोका गया, और उस मो0साईकिल में बैठे तीसरा सवार द्वारा पुलिस को देखकर मो0साईकिल से कूदकर भाग गया। इस गतिविधि को संदिग्ध देखकर मेरे द्वारा उस मोटरसाईकिल रजि0नं0-UP22AV6647 के वाहन चालक को रोककर उस तीसरे व्यक्ति के बारे में पूछा, तो उसने कुछ नही बताया और संदिग्ध लगने पर जब उससे नाम पता पूछा, तो उसने कुछ नही बताया और गाड़ी के वैध कागजात दिखाने को कहा, तो उक्त वाहन चालक द्वारा कोई कागजात ना होना बताया गया। मेरे द्वारा जब मो0साईकिल सीज करने की बात कही गयी, तो अपने को छोड़ देने की बात करते हुए मुझे गाली गलौज करते हुए देख लेने की धमकी दी गयी। इस पर उक्त युवक द्वारा छोड़कर भागने की कोशिश करने पर मेरे द्वारा आवश्यक बल प्रयोग करते हुए उक्त युवक को पकड़ लिया गया। इसी बीच युवक द्वारा मेरे कमर में रखे सरकारी पिस्टल को निकालने का प्रयास किया गया, किन्तु निकाल नही पाया। इसी दौरान उक्त युवक द्वारा उत्तेजित होकर मुझे देख लेने की और टपकाने (जान से मारने) की धमकी दी गयी है, जो मौके पर बनायी गयी वीडियों में स्पष्ट रूप से सुनायी दे रहा है। उक्त युवक द्वारा अपने साथियों को भी मौके पर बुलाया गया। मेरे द्वारा उक्त युवक को आदर्श कालौनी चौकी में ले जाकर पूछताछ की गयी, तो उक्त युवक द्वारा अपना नाम यश पुत्र हरविन्दर सिंह निवासी ग्राम सीरसखेड़ा, थाना बिलासपुर, जनपद रामपुर उ0प्र0 बताया। उक्त युवक द्वारा मो0साईकिल के वैध कागजात और डी0एल0 प्रस्तुत ना करने पर उक्त वाहन मो0साईकिल रजि0नं0-UP22AV6647 को मोटर वाहन अधिनियम की उचित धाराओं में सीज कर दिया गया। उक्त वाहन चालक यश द्वारा मुझ सरकारी सेवक को सरकारी कार्य करने के दौरान गाली गलौज देते हुए जान से मारने की धमकी दी गयी है और सरकारी कार्य करने में बाधा पहुंचाते हुए धार्मिक उन्माद फैलाने का प्रयास किया गया है। मुझ सरकारी सेवक को ड्यूटी के दौरान जान से मारने की धमकी दिये जाने के बाद से मेरे परिजनों में मेरे जीवन को लेकर भय व्याप्त हो गया है और वे तभी से डरे हुए है कि उक्त युवक भविष्य में मेरे ऊपर कोई जानलेवा हमला ना करा दें।
फिलहाल दरोगा सिख युवक विवाद के बाद जिले में लगातार माहौल गरमाया गया है।जिले के एसएसपी द्वारा उक्त मामले में दरोगा पर कार्यवाही भी की गई है।लेकिन अब दरोगा ने भी अपना पक्ष रख बेअदबगी के आरोपों को नकार सोशल मीडिया की धमकियों पर चिंता व्यक्त की है।अब देखना होगा की आखिर कब उक्त मामले का पटाक्षेप होता है।वही दरोगा के परिवार की सुरक्षा की चिता पर विभाग क्या कदम उठाता है।फिलहाल एसआई संदीप पिलख्वाल उक्त मामले को लेकर पूरे प्रदेश में चर्चाओ में बने हुए है।